- क्वारंटीन सेंटर बने टीबी अस्पताल में अव्यवस्था का मामला

- न्यूज पब्लिश होने पर अधिकारियों ने लिया संज्ञान, गंदगी देख डीएम ने लगाई जिम्मेदारों को फटकार

<- क्वारंटीन सेंटर बने टीबी अस्पताल में अव्यवस्था का मामला

- न्यूज पब्लिश होने पर अधिकारियों ने लिया संज्ञान, गंदगी देख डीएम ने लगाई जिम्मेदारों को फटकार

GORAKHPUR: GORAKHPUR: क्वारंटीन सेंटर बनाए गए टीबी अस्पताल में अव्यवस्था की मार झेलते कैंसर पेशेंट्स सहित तमाम लोगों का दर्द आखिर जिम्मेदारों को नजर आ ही गया। यहां पसरी गंदगी से लेकर नाकाफी इंतजाम को लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 'डॉक्टर साहब मुझे कैंसर है इससे अच्छा तो मौत ही आ जाती' हेडिंग से न्यूज पब्लिश की थी। खबर छपते ही जिला प्रशासन हरकत में आ गया। क्वारंटीन लोगों की समस्या सुनने मंगलवार को खुद डीएम के विजयेंद्र पांडियन व सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी पहुंचे। अधिकारियों ने न सिर्फ लोगों का हाल जाना बल्कि बांसगांव पचपेडि़या की रहने वाली 70 वर्षीय कैंसर पेशेंट, उनकी बेटी व नाती समेत एंबुलेंस ड्राइवर को होम क्वारंटीन करते हुए घर भेज दिया। इन सभी के सैंपल दो बार जांच के लिए भेजा गया, लेकिन इनके साथ कुल चार लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर इन्हें घर भेज दिया गया।

हमने उठाई थी समस्या

टीबी अस्पताल में क्वारंटीन किए कैंसर पेशेंट्स सहित अन्य लोगों को खाने-पीने की दिक्कत से लेकर साफ-सफाई का अभाव झेलना पड़ रहा था। इन लोगों की समस्या उठाते हुए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने नेयूज पब्लिश की। यहां क्वारंटीन लोगों का हाल जानने मंगलवार को डीएम के विजयेंद्र पांडियन, सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी समेत अन्य डॉक्टर्स पहुंचे। जहां डीएम ने क्वारंटीन लोगों का हालचाल पूछा। पीने के पानी समेत नहाने के पानी और टॉयलेट की साफ-सफाई का जायजा लिया। हर वार्ड के बाहर टैप लगी पीने के पानी की बॉटल रखने का निर्देश दिया। साथ ही गंदगी को लेकर फटकार लगाते हुए साफ-सफाई के निर्देश दिए।