-बिलिंग कंपनी के दो सुपरवाइजर और आठ मीटर रीडरों को पकड़ी गई चोरी

-पैसे की लालच में कंज्यूमर्स के साथ कर रहे थे धोखा

-मामला प्रकाश में आने के बाद बिजली निगम ने लिए कठोर निर्णय

GORAKHPUR: बिजली बिल को लेकर कंज्यूमर्स की टेंशन बढ़ गई हैं। कंज्यूमर्स की शिकायत पर बिजली निगम अब बिलिंग कंपनी के कर्मचारियों पर कार्रवाई के मूड में हैं। कर्मचारियों की लापरवाही का मामला प्रकाश में आने के बाद बिजली निगम ने बिलिंग कंपनी के दो सुपरवाइजर और आठ मीटर रीडरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें बाहर कर दिया है। हालांकि बिलिंग कंपनी की ओर से सभी कर्मचारी तैनात किए गए हैं। जिन पर शहर के बिलिंग की जिम्मेदारी थी। आरोप है कि पैसे की लालच के चक्कर में यह कंज्यूमर्स की मीटर और बिलिंग में गड़बड़ी कर रहे हैं। इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा था और बिल ठीक कराने के लिए बिजली निगम के ऑफिसों का चक्कर लगाना पड़ रहा है।

शहर में करीब 1.75 लाख कंज्यूमर्स हैं। इसकी बिलिंग की जिम्मेदारी बिलिंग कंपनी (वीसीआईटीएस) को मिली है। हर माह कंज्यूमर्स की शिकायत बिजली निगम के अफसरों तक पहुंच रही है। समय से बिजली बिल न जमा होने का बिजली निगम पर काफी दबाव हैं। इसलिए कैंप के माध्यम से कंज्यूमर्स का बिल सुधार कर जमा कराया जा रहा है, लेकिन कई मामले ऐसे भी आ रहे हैं जिसमें कंज्यूमर्स का एक माह का बिल एक हजार से दो हजार आया तो दूसरे माह में 40 से 50 हजार तक आ गया है। कुछ के तो एक लाख से अधिक बिल आ गए हैं। इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए बिजली निगम ने जांच कराई तो पता चला कि बिलिंग कंपनी के कर्मचारियों की मनमानी की वजह से अधिक बिल आ रहे हैं। जिससे कंज्यूमर्स की टेंशन बढ़ रही है। उन्होंने बिलिंग कंपनी के लापरवाह आठ कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें हटाने का आदेश दिया है।

केस वन

घोष कंपनी के गुलाब गुप्ता का कनेक्शन चार किलो वाट का है। चार माह पहले उन्होंने 30 हजार रुपए बिल जमा किया। लेकिन दूसरे महीने में ढाई लाख का बिल थमा दिया गया। इससे उनकी तबियत खराब हो गई। उन्होंने बिल सुधार के लिए अफसरों से मुलाकात की, लेकिन आज तक बिल नहीं दुरुस्त किया जा सका।

केस टू

राप्तीनगर के विनोद सिंह ने बताया कि जुलाई माह में दो हजार का बिल आया था। इसके बाद बिलिंग कंपनी के कर्मचारी आए और मीटर को देखकर चले गए। अगस्त में दूसरा बिल आया तो उसे समय से पहले जमा कर दिया। लेकिन सितंबर में 40 हजार का बिल आ गया। उसे ठीक कराने के लिए बिजली ऑफिस पहुंचे। तब जाकर बिल ठीक हो सका।

वर्जन

बिलिंग कंपनी के कर्मचारियों द्वारा बिल में गड़बड़ी किए जाने का मामला सामने आया है। सुपरवाइजर और मीटर रीडरों को बाहर निकाले जाने का आदेश दिया गया है।

यूसी वर्मा, एसई शहर