-पब्लिक खुद से नहीं डाउनलोड कर रही स्वच्छता सर्वेक्षण एप

-अब तक सिर्फ नौ हजार लोगों ने ही मोबाइल फोन में डाउनलोड किए एप

-31 जनवरी तक एक लाख एप डाउनलोड करने का टारगेट

GORAKHPUR:

सफाई मोर्चे पर जंग लड़ रहे निगम के अफसरों को स्वच्छता सर्वेक्षण एप डाउनलोड कराने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पब्लिक खुद से एप डाउनलोड करने में कोई इंट्रेस्ट नहीं दिखा रही है। यही वजह है कि अब तक सिर्फ नौ हजार लोगों ने ही अपने मोबाइल फोन में स्वच्छता सर्वेक्षण एप डाउनलोड किया है। हालांकि निगम के सुपरवाइजर एप डाउनलोड कराने के लिए लोगों को लगातार प्रेरित कर रहे है। वहीं नगर निगम एक लाख एप डाउनलोड कराने का टारगेट लेकर चल रहा है। जिसके लिए 31 जनवरी तक समय है।

निगम में सिर्फ बन रही योजना

दूसरी ओर कचरा स्वच्छता सर्वे में नगर निगम के पीछे होने के आसार नजर आ रहे हैं। सूखे और गिले कचरे का कलेक्शन और उसकी रिसाइक्िलग में गोरखपुर नगर निगम अन्य शहरों के मुकाबले काफी पीछे है। इतना ही नहीं डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन भी नहीं हो रहा है। स्वच्छता सर्वे के लिए जनवरी में टीम आने वाली है।

ऐसे हो रहा प्रचार-प्रसार

-रेडियो चैनल से प्रचार-प्रसार

-सिनेमा हॉल में स्क्रीन पर स्वच्छता सर्वे का प्रचार

-शहर के मुख्य चौराहों पर होर्डिंग और पोस्टर से प्रचार प्रसार

-डोर-टू-डोर गाडि़यों से जागरूकता

-सिटी में मैनेजर और पार्षद पब्लिक से कर रहे अपील

-पब्लिक को गीला और सूखा कचरा अलग-अलग रखने के लिए किया जा रहा अवेयर

वर्जन

स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए स्वच्छता एप डाउनलोड कराई जा रही है। सिटी की रैंकिंग ऊंची करने के लिए सभी अफसर और कर्मचारी जी जान से जुटे है। पब्लिक को भी स्वच्छता एप डाउनलोड करना चाहिए।

डीके सिन्हा, अपर नगर आयुक्त प्रथम