- खानापूर्तिबनकर रह गया नगर निगम का नाला सफाई अभियान

- नार्मल एरिया में वॉटर लॉगिंग की वजह बने हुए हैं सिल्ट और कचरे से पटे नाले

GORAKHPUR: नगर निगम का सफाई अभियान महज खानापूर्ति ही है। लंबे समय से सफाई की राह ताक रहे नार्मल एरिया के नाले खुद इसकी गवाही दे रहे हैं। तल्लीझाड़ नाला सफाई का निगम का दावा यहां भी खोखला ही साबित हुआ है। सिल्ट और कचरे से पटे पड़े नालों के चलते एरिया की करीब 25 हजार आबादी गलियों में फैले जल जमाव का दंश झेलने को मजबूर है। यहां के 25 नालों की जहां अब तक सफाई नहीं कराई गई है। वहीं, आठ नाले पूरी तरह अतिक्रमण की जद में हैं। नतीजा कि इलाके की तमाम गलियों में ओवरफ्लो हो रहे नालियों के गंदे पानी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं।

बड़ा नाला पूरा जाम

शहरभर में कुल 11 बड़े नाले हैं जिनमें एक नॉर्मल एरिया का भी नाला है। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक 9 अप्रैल से ही छोटे और बड़े नालों को साफ कराया जा रहा है। लेकिन हकीकत यही है कि ज्यादातर जगहों पर सफाई का नामोनिशान नहीं दिख रहा। नार्मल एरिया का बड़ा नाला भी सिल्ट और कचरे से पटा पड़ा है। इलाके के लोगों का कहना है कि नाले के दोनों छोर पर सफाई न होने के चलते कई साल से नाला गंदगी से पटा पड़ा है। इस कारण जल निकासी नहीं हो पाती और बिना बारिश ही मोहल्लों में जल जमाव की समस्या बनी रहती है। बंधा का किनारा और लो एरिया होने के चलते हल्की सी बारिश में भी इलाका डूब जाता है।

इन एरियाज में भी दिक्कत

नाला सफाई न होने के चलते शहर के 58 अन्य मोहल्ले भी बिना बरसात ही जल जमाव की समस्या झेल रहे हैं। विजय चौराहा, सिनेमा रोड, रसूलपुर, अजय नगर, बक्शीपुर, नखास, साहबगंज, छोटे काजीपुर, रुस्तमपुर, आजाद चौक, चक्सा हुसैन, पिपरापुर, प्रेमचंद पार्क, हरिहर प्रसाद दुबे मार्ग, महुईसुघरपुर आदि इलाकों में पब्लिक को जल जमाव से दो-चार होना पड़ रहा है।

कोट्स

नाले की सफाई नहीं होती है, जिसके चलते जल निकासी नहीं हो पाती और मोहल्लों के लोगों को वॉटर लॉगिंग झेलनी पड़ती है।

- श्रीराम निषाद, प्रोफेशनल

सफाई व्यवस्था ध्वस्त रहती है। जब शिकायत की जाती हे, तो सिर्फ सड़क के बाहर थोड़ी सफाई हो जाती है मगर इसके बाद भी नालों का सिल्ट नहीं निकाला जाता है।

- पंकज यादव, बिजनेसमैन

वर्जन

बारिश से पहले नालियों और नालों की सफाई करा ली जाएगी। सफाई के दौरान नाले से निकलने वाला कचरा तत्काल गाड़ी पर लोड कर डंपिंग ग्राउंड में फेंकवा दिया जाता है। लगातार सफाई कार्य चल रहा है।

- डॉ। मुकेश रस्तोगी, मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी