-पुलिस की डायरी में दर्ज खास जगहों पर ही मिलते हैं बदमाश

-कोर्ट में आसानी से साबित हो गिरफ्तारी, चुनते आसान स्थान

GORAKHPUR: शहर की हाईटेक होती पुलिस के पास गिरफ्तारी के लिए सिर्फ कुछ ही जगह है, जहां जिलेभर के सभी बदमाशों को अरेस्ट किया जाता है। अब इसे इत्तेफाक कहे या साजिश। कमोबेश आंकड़ें तो वही गवाही दे रहे हैं। साथ ही सवाल उठ रहा कि नए पुलिस कर्मचारियों को मॉर्डन असलहों से लैस किया जा रहा है। उनको टेक्नॉलाजी की जानकारी देकर एक्सर्ट बनाया जा रहा है। ऐसे में बहुत कुछ बदलता जा रहा है, लेकिन पुलिस की गिरफ्तारी का स्थान नहीं बदल पा रहा। दो-तीन दशक पूर्व पुलिस जहां से अभियुक्तों को अरेस्ट करती थी। वहीं से आज भी गोरखपुर पुलिस अपने मुल्जिमों को पकड़ रही। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कार्रवाई के दौरान जिस जगह से अरेस्टिंग होती है उसी का जिक्र लिखा-पढ़ी में किया जाता है।

पब्लिक के आम, पुलिस के रिकाडर् में बदनाम

शहर में आम तौर पर ऐसी तमाम जगहें हैं, जहां लोग आराम से घूमते फिरते हैं। दिन में किसी को पता नहीं होता है कि यह जगह पुलिस के रिकार्ड में कितनी बदनाम है। किसी घटना का पर्दाफाश करने की बात हो या फिर हथियार, स्मैक और अन्य नशीले पदार्थ संग बदमाश पकड़े जाने की। पुलिस जब कई संदिग्धों को उठाती है तो उनसे कई दिनों तक पूछताछ करनी पड़ती है। ऐसे में अभियुक्तों की गिरफ्तारी दिखाने के समय पर लिखा-पढ़ी में किसी ऐसे स्थान का जिक्र करना पड़ता है। जहां से गिरफ्तारी को आसानी से कोर्ट में साबित किया जा सके। अपनी वर्किंग की मजबूरी की वजह से ज्यादातर थानेदार, हलका दरोगा लिखापढ़ी के चर्चित स्थानों को चुनते हैं।

पुलिस की मजबूरी, इसलिए िदखाते नाम

कानून के नजर से देखे तो यह जरूरी नहीं कि किसी बदमाश की गिरफ्तारी के मामले में समय और स्थान गिरफ्तारी के समय लिखापढ़ी कर ली जाए। नियम है कि अरेस्ट किए गए व्यक्ति को 24 घंटे के भीतर कोर्ट में पेश किया जाए। कोर्ट के नियम-कानून का पालन कराना पुलिस के लिए व्यवहारिक रूप से संभव नहीं होता। इसके पीछे वजह होती है कि एक तो बदमाश उसी जगह पर मौजूद नहीं रहते। ऐसे में कई बार दूसरे थाना क्षेत्र, जिले और प्रदेश के बाहर से गिरफ्तारी होती है। इसलिए पुलिस की मजबूरी होती है कि बदमाश को पकड़ने के बाद अपने थाना क्षेत्र में ले जाया जाए। फिर वहीं किसी स्थान पर उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित कराई जाए।

इन जगहों से होती ज्यादातर िगरफ्तारियां

कैंट - स्टेशन रोड, कार्मल रोड, सरदार ढाबा, व्ही पार्क के पास, चार फाटक मोड़

कोतवाली- नखास के पास, जिला अस्पताल, घोष कंपनी चौराहा, तरंग-अली नगर

गोरखनाथ- स्पि्रंगर मोड़, कौडि़हवा मोड़, दुर्गाबाड़ी रेलवे गेट, 10 नबंर बोरिंग,

तिवारीपुर- डोमिनगढ़ रेलवे स्टेशन, सूर्य विहार कालोनी, माधापुर बंधा, घुनघुनकोठा रोड

राजघाट- हार्बट बंधा, अमरुतानी, टीपी नगर, साहबगंज मंडी

शाहपुर- स्पो‌र्ट्स कॉलेज, पादरी बाजार, जेल बाईपास, पादरी बाजार, असुरन

खोराबार- फलमंडी, रामनगर कड़जहां, जगदीशपुर-कोनी मोड़, सूबा बाजार

रामगढ़- सर्किट हाउस रोड, सहारा स्टेट, चंपा देवी पार्क, बुद्ध विहार पार्ट सी

चिलुआताल- मानीराम-चिऊटहां मोड़, मोहरीपुर-रामपुर, बरगदवां, फर्टिलाइजर-भगवानपुर, रामपुर बंधा

नोट: जिले में अन्य थाना क्षेत्रों में प्रमुख स्थानों पर पुलिस गिरफ्तारियां रती हैं।

पिछली कुछ गिरफ्तारियां

01 दिसंबर 2019: लोन दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने वाले गैंग की महिला सहित चार लोगों को पुलिस ने रेलवे स्टेशन के सामने से अरेस्ट किया।

10 नवंबर 2019: राजघाट एरिया में चाकूबाजी का आरोपित साहबगंज के पास अरेस्ट किया गया।

24 जून 2019: वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज के पास 25 हजार के ईनामी बदमाश गोली उर्फ वैभव के साथ पुलिस मुठभेड़ हुई।

21 नवंबर 2019: कैंट पुलिस ने चोरी की कार के साथ सरदार ढाबा के पास दो बदमाशों को अरेस्ट किया।

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