-सहजनवां एरिया के भक्सा के पास मिली थी दंपति की डेडबॉडी

-मर्डर के दूसरे दिन भरोसा जमाने के लिए झाड़फूंक करने पहुंचा था मौलवी

GORAKHPUR: शहर के आजाद चौक, महुईसुघरपुर मोहल्ला निवासी पलंबर ठेकेदार रविंद्र और उनकी पत्नी संगम की हत्या झाड़फूंक करने वाले मौलवी ने भाइयों संग मिलकर की थी. बदन पर निकले सफेद दाग का इलाज कराने के चक्कर में पूरा परिवार मौलवी अजीज का मुरीद हो गया था. गुरु जी बनकर रोग ठीक करने का झांसा देकर मौलवी ने रविंद्र उसकी पत्नी संग से ज्वेलरी और नकदी सहित करीब 10 लाख रुपए की ठगी कर ली. दो साल बाद भी जब सफेद दाग ठीक नहीं हुआ तो दंपति ने रुपए लौटाने का दबाव मौलवी पर बनाया. रुपए देने के बहाने दंपति को बुलाकर मौत की नींद सुलाने की साजिश मौलवी ने गढ़ दी. सगे भाई और बीएमएस की पढ़ाई कर चुके दोस्त संग मिलकर दोनों को पहले नशीली दवा पिलाई. फिर भक्सा के पास ले जाकर खेत में गला रेतकर फरार हो गए. चर्चित डबल मर्डर का पर्दाफाश करते हुए यह जानकारी एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने दी.

बताया कि मौलवी अजीज और उसके भाई शफीक की शादी मार्च में तय थी. पांच लाख से अधिक की रकम न लौटाने पर जब दंपति ने जालसाजी का भांडा फोड़ने की धमकी तो मौलवी परेशान हो गया. इसलिए उसने रुपए लेने के बहाने दोनों को अपने घर बुलाया, जहां झाड़-फूंक के बहाने पति-पत्‍‌नी को नशीली दवा पिलाकर काबू में कर लिया.

मौलवी ने घर जाकर बुलाया

आठ मार्च, शुक्रवार सुबह सहजनवां एरिया के भक्सा के पास खेत में दंपति की डेडबॉडी मिली थी. बाद में उनकी पहचान महुईसुघरपुर मोहल्ला निवासी रविंद्र और उनकी पत्नी संगम के रूप में हुई. सात मार्च की शाम संगम अपने पति रविंद्र निषाद संग बाइक से डोहरिया में झाड़-फूंक करने वाले मौलवी को उधार दिए गए रुपए वापस लेने की बात जेठानी से कहकर घर से निकली थी. रात में आठ बजे तक दोनों घर नहीं लौटे तो परिजनों ने कॉल किया. लेकिन मोबाइल ऑफ होने से दोनों की कोई जानकारी नहीं मिल सकी. परिवार के लोगों को दंपति के मर्डर की जानकारी हो पाती इसके पहले मौलवी उनके घर पहुंच गया. वहां पर झाड़फूंक कर दंपति के दोपहर 12 बजे तक लौट आने की बात कही. अंधविश्वास में घिरे परिवार के लोगों ने मौलवी की बात मान ली. रविंद्र और उसकी पत्‍‌नी संगम के सकुशल घर आने की बात का भरोसा दिलाते हुए मौलवी ने पांच सौ रुपए ले लिए. उसी समय संगम की जेठानी ने लोगों को बताया कि वह मौलवी के पास गई थी. भांडा फूटने के डर से मौलवी बहाना बनाकर वहां से फरार हो गया. लेकिन उसकी अंधभक्ति में डूबे लोगों को इस बात का यकीन नहीं हुआ कि मौलवी ने दोनों का मर्डर कर दिया है. क्योंकि सफेद दाग ठीक कराने के लिए झाड़फूंक कराने की जानकारी रविंद्र और उसकी पत्‍‌नी संगम ने परिवार में किसी को नहीं दी थी.

शादी तोड़ने की धमकी पर बौखला गया था मौलवी

दंपति मर्डर की जांच में जुटी पुलिस ने चिलुआताल एरिया के काजीपुर, डोहरिया निवासी अजीज और उसके परिचित गायत्री नगर पडरौना निवासी गुलाम सरवर को अरेस्ट किया. उनके पास से एक लाल कार बरामद हुई. पूछताछ में पता लगा कि मौलवी ने अपने भाई शफीक और दोस्त गुलाम सरवर संग मिलकर दंपति का मर्डर किया था. मौलवी और उसके भाई की शादी 18 मार्च को तय थी. रुपए लौटाने की बात पर संगम और रविंद्र ने उसे धमकाना शुरू कर दिया. दोनों ने उससे यह भी कह दिया था कि उसकी शादी तोड़ देंगे. इसके बाद से ही मौलवी दोनों के मर्डर की साजिश गढ़ने लगा. छह मार्च को मौलवी ने रविंद्र से रुपए लौटाने की बात की. तय किया कि सात की शाम को वह संगम के साथ डोहरिया पहुंचे. वहां उसको रुपए वापस कर दिए जाएंगे. अजीज का दोस्त गुलाम सरवर बिहार के आयुर्वेद कॉलेज से बीएएमएस कर रहा था. तीसरे सेमेस्टर में दो बार फेल होने के बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी. फेल होने के बाद वह महराजगंज के सिसवा मुंशी में हॉस्पिटल चलाने लगा. मौलवी ने उसे भी फोन करके बुला लिया. सरवर अपने साथ सर्जिकल ब्लेड और गलव्स लेकर आया. सात की सुबह दोनों ने डेडबॉडी फेंकने की जगह देखकर रेकी कर ली. शाम छह बजे के बाद संगम और उसके पति रविंद्र पहुंचे. झाड़फूंक करने के दौरान अजीज के भाई नफीस पानी में नशे की गोली मिलाकर पिला दिया, जिससे दोनों अचेत हो गए. कार में एंबुलेंस की बत्ती लगाकर उसमें दोनों को बैठाकर पकड़कर खेत की तरफ ले गए. वहां गला रेतकर दोनों को गाड़ी से नीचे फेंक दिया. रात में बारात से लौट रहे युवकों ने घटना स्थल के पास एंबुलेंस के गुजरने की बात बताई थी. सरवर ने पुलिस को बताया कि प्राइवेट कार को एंबुलेंस बनाया गया था.

ब्रेनवाश करके वश में कर लेता था गुरु जी

डोहरिया के पास खेत में सुनसान जगह पर मकान बनवाकर झाड़फूंक करने वाला अजीज लोगों के भरोसे से खेल रहा था. पांच साल पूर्व वह हैदराबाद में कमाने गया था. बगल में रहने वाले एक मौलवी से झाड़फूंक करने का हुनर सीखकर वह गांव लौटा. यहां धीरे-धीरे उसने लोगों को झांसा देकर ठगना शुरू कर दिया. परिवार की महिलाओं को अपने वश में करके वह गुरुजी बन जाता था. महिलाओं के वश में कर वह उनके पूरे परिवार को अंगुली पर नचाता था. डबल मर्डर का पर्दाफाश होने पर लोग मौलवी के बारे में जानकर दंग रह गए. संगम के मायके की पट्टीदारी में भी मौलवी ने फूट डलवा दी थी. संगम ने उस पर इतना भरोसा कर लिया था कि झांसे में आकर दो-तीन अपनी कीमती ज्वेलरी पानी में फेंक दी थी. ब्रेनवाश करने में माहिर मौलवी कई लोगों के परिवार में झगड़ा करा चुका है. पुलिस उसके भाई की तलाश में जुटी है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द उसे अरेस्ट कर लिया जाएगा. हालांकि पुलिस ने यह दावा किया मकान बनवाने के लिए मौलवी ने दंपति से पांच लाख रुपए लिए थ्ो.

वर्जन

मौलवी अजीज ने अपने भाई नफीस और दोस्त गुलाम सरवर संग मिलकर दंपति का मर्डर किया था. उसके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं. दो अभियुक्तों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है. तीसरे की तलाश में टीम लगी है.

डॉ. सुनील गुप्ता, एसएसपी