-पुलिस ने आरोपियों को हावर्ट बंधा तिराहे से पकड़ा

-पूछताछ में युवकों ने नशा मुक्ति केंद्र कानपुर का कर्मचारी होने की बात कहीं

-ठोस प्रमाण ने मिलने पर पुलिस ने किया गिरफ्तार

GORAKHPUR: युवक का हाथ-पैर बांध कर लग्जरी कार में लाद कर जबरन ले जा रहे चार संदिग्धों को राजघाट पुलिस ने बुधवार शाम करीब 4 बजे हावर्ट बंधा तिराहे से पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने नशा मुक्ति केंद्र कानपुर का कर्मचारी होने की बात कही, लेकिन उनके द्वारा ठोस प्रमाण नहीं देने पर गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बिना नंबर की लग्जरी कार को कब्जे में ले लिया है।

बुधवार को सीओ कोतवाली वीपी सिंह ने घटना को खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग एक व्यक्ति को बंधक बनाकर बिना नंबर की गाड़ी से लादकर ले जा रहे है। पुलिस टीम शाम 4.10 बजे हावर्ट बंधा तिराहे पर घेराबंदी कर दी। पुलिस को देखकर महेंद्रा टीयूवी कार सवार भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर उन्हें पकड़ लिया। बंधक बनाए गए युवक को उनके चंगुल से आजाद कराया। पूछताछ में उसकी पहचान खोराबार एरिया के रामपुर नथईल गांव निवासी नवीन सिंह के रूप में हुई। पकड़े गए आरोपियों ने अपने को नशा मुक्ति केंद्र कानपुर का स्टाफ बताया। लेकिन वह ठोस दस्तावेज और प्रमाण नहीं दे सके। पूछताछ में उनकी पहचान गोरखनाथ एरिया के बरगदवां विकास नगर कॉलोनी निवासी राजेंद्र सिंह, संतकबीनगर जिले के बखीरा एरिया के बड़गो गांव निवासी अजय प्रसाद, बिहार के बेतिया जिले के बेलहाड़ बंगाली कॉलोनी निवासी अनूप कुमार और प्रयागराज जिले के धुमनगंज एरिया के पिपल गांव उर्फ शाहपुर झलवा निवासी विमल सिंह के रूप में हुई। पीडि़त की तहरीर पर पुलिस ने चारों के खिलाफ धारा 419, 342, 323, 504, 506 के तहत केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

भाई की सूचना पर नवीन को ले जाने की बात

नशा मुक्ति केंद्र कानपुर का अपने को कर्मचारी बताने वाले आरोपियों ने पुलिस को बताया कि नवीन के भाई ने उसे नशा मुक्ति केंद्र में ले जाने की बात की थी। भाई की सूचना पर गोरखपुर नवीन को लेने आए थे। वह उसके घर के बाहर से पकड़ कर ले जा रहे थे।