-रेलवे टेंडर के कागजात व एफडीआर जमा करने आए शख्स का एफडीआर फाड़ दी थी जान से मारने की धमकी

-गुरुवार को रेलवे बीजी ऑफिस पर आए शख्स के साथ हुई घटना के आठ घंटे के अंदर हुई गिरफ्तारी

-रेलवे का टेंडर मैनेज कराने में सुधीर के मददगार रेलवे कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की तैयारी में पुलिस

GORAKHPUR: डी-2 गैंग का सरगना व पिपरौली से सपा ब्लाक ्रमुख सुधीर सिंह और उसके 12 गुर्गो को पुलिस ने शुक्रवार को अवैध असलहों और कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया। इस गैंग के फरार साथियों की तलाश में पुलिस टीम गठित कर दबिश दी जा रही है। रेलवे के बीजी ऑफिस पर टेंडर के कागजात व एफडीआर जमा करने आए एक शख्स को जान से मारने की धमकी देने के साथ ही सुधीर ने रंगदारी भी मांगी थी। उस पर विवादित जमीन को कब्जा करने के लिए धमकी देने और रंगदारी मांगने का केस दर्ज है।

सजा दिलाने को होगी मजबूत पैरवी

पकड़े गए अपराधियों को सजा दिलाने के लिए पुलिस मजबूत पैरवी करेगी। जब सपा सरकार थी तो सुधीर की तूती बोलती थी। वह सपा के वरिष्ठ नेता का करीबी बताया जाता है। पुलिस लाइंस में प्रेस कांफ्रेंस कर एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि गुरुवार को आनंद फर्म के मालिक टेंडर पाने के बाद एफडीआर व कागजात जमा करने आए थे। इस दौरान सुधीर व उसके गुर्गो ने उनके एफडीआर फाड़ दिए और जान से मारने की धमकी देते हुए रंगदारी मांगी। वादी की सूचना पर पुलिस, क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया था। जांच में सुधीर व उसके साथियों का नाम सामने आया।

अवैध असलहों के साथ पकड़ा गया माफिया

इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की, इसी दौरान एचएन सिंह चौराहे पर सुधीर अपने आठ गुर्गो संग अवैध असलहों और वॉकी-टॉकी के साथ पकड़ा गया। तलाशी के समय एक भी असलहे का लाइसेंस नहीं था। पुलिस ने चार वाहनों को भी जब्त किया है। वहीं, इस मामले के बाद सक्रिय हुई कैंट पुलिस ने बेतियाहाता चौराहे पर चेकिंग के दौरान सुधीर गैंग के ही चार अन्य गुर्गो को भी असलहों के साथ गिरफ्तार कर लिया। यह भी रेलवे बीजी ऑफिस की घटना में शामिल थे। आठ घंटे के अंदर अपराधियों को पकड़ने वाली पुलिस टीम में शाहपुर इंस्पेक्टर मनोज कुमार पाठक, इंस्पेक्टर कैंट ब्रजेश सिंह, सीआईयू प्रभारी अनिल उपाध्याय, स्वाट प्रभारी सत्यप्रकाश सिंह, सर्विलांस सेल गोपाल प्रसाद को एसएसपी ने पांच हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। एसएसपी ने कहा कि इनाम के लिए उच्चाधिकारियों को भी पत्र लिखा जाएगा।

सुधीर गैंग पर दर्ज हैं 28 मुकदमे

सुधीर गैंग डी-2 पर 28 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। इनमें शाहपुर, गुलरिहा, कैंट, लखनऊ के विकासनगर, गाजीपुर समेत कई थानों में लूट, हत्या, रंगदारी, हत्या की कोशिश, आर्म्स एक्ट, गुंडा एक्ट, गैंगेस्टर जैसे मुकदमे शामिल हैं।

टेंडर मैनेज व रंगदारी था पेशा

पुलिस की जांच में सामने आया है कि माफिया सुधीर सिंह लंबे समय से टेंडर मैनेज करने और रंगदारी मांगने का काम कर रहा है लेकिन शिकायत न करने और पुलिस की लापरवाही की वजह से वह बच रहा था। एसएसपी ने बताया कि इस बार वादी ने पुलिस और वर्तमान सरकार पर भरोसा कर शिकायत की और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।

मददगार रेलवे कर्मचारी भी जाएंगे जेल

ई-टेंडर के बाद भी रंगदारी मांगने और टेंडर डालने वालों को धमकी देने की जांच में जुटी पुलिस रेलवे कर्मचारियों को भी मुल्जिम बनाएगी। पुलिस की जांच में सामने आया है कि मनीष श्रीवास्तव व अजय वर्मा टेंडर डालने के लिए आए शख्स का एफडीआर जमा न कर डेढ़ घंटे तक तरह-तरह के कारण बता रहे थे। फिर उन्होंने सुधीर को भी टेंडर जमा करने आए बिहार के शख्स के बारे में जानकारी दी। इसके बाद सुधीर ने उसका एफडीआर फाड़ दिया। शिकायत करने वाले ने भी पुलिस को बताया कि उसे यहां पर कोई नहीं पहचानता था, यदि कर्मचारियों ने न बताया होता तो सुधीर जान ही नहीं पाता कि किसे टेंडर मिला है। एसएसपी ने बताया कि दोनों कर्मचारियों की गिरफ्तारी की जाएगी। अन्य कर्मचारियों के संलिप्त होने की भी आशंका है। उनकी भी जांच कर गिरफ्तारी की जाएगी।