- शातिर प्रदीप यादव से मिलकर गढ़ी हत्या की साजिश

- महिला सहित तीन को अरेस्ट कर पुलिस ने भेजा जेल

GORAKHPUR: खोराबार एरिया के जंगल चंवरी, अयोध्या टोला निवासी दिव्यांग उमेश यादव के अपहरण, मर्डर की साजिश में शामिल महिला सहित तीन लोग पकड़े गए। उमेश के हत्या की साजिश उसके छोटे भाई अशोक की पत्नी सुमन ने रची थी। झंगहा, रसूलपुर स्थित मायके के पड़ोसी प्रदीप यादव को बातचीत करके मर्डर के लिए राजी किया। प्रदीप ने अपने दो अन्य साथियों झंगहा के राघोपट्टी पड़री निवासी आदित्यनाथ यादव और चौरीचौरा, चकदेईया के लालू यादव उर्फ मेंटल के साथ मिलकर उमेश का अपहरण किया। फिर फोर व्हीलर में मर्डर करके उसकी डेड बॉडी देवरिया के सोनौरा में फेंक दी। पुलिस ने आदित्यनाथ यादव और लालू उर्फ मेंटल और सुमन को अरेस्ट किया। उनके पास से मर्डर में इस्तेमाल गमछा और आधार कार्ड बरामद हुआ।

भागने के चक्कर में पकड़े गए शातिर

गिरफ्तारी के संबंध में एसपी सिटी ने जानकारी दी। बताया कि एसएचओ सुनील राय, एसएसआई अनिल उपाध्याय की टीम ने आरोपियों को कोनी मोड़ से अरेस्ट किया। पूछताछ में पता लगा कि प्रदीप यादव पुलिस को देखकर फरार हो गया था। एसपी सिटी ने कहा कि भूमि, एकाउंट में मौजूद नकदी और एक परिचित के घर आने-जाने का विरोध करने पर दिव्यांग को अपनी जान गंवानी पड़ी। उमेश के एकाउंट में करीब एक लाख रुपए थे। जबकि उसके हिस्से में करोड़ों रुपए की सवा बीघा भूमि है। परिचित के आने-जाने पर उमेश ने एतराज जताना शुरू कर दिया। इस वजह से उसे मारने की साजिश रची गई। घटना के 15 दिन पूर्व महिला अपने मायके गई थी। बहन के ब्रह्मभोज में शामिल होने के दौरान उसकी मुलाकात प्रदीप यादव से हुई। एक नवंबर की शाम व्हाट्सअप पर मैसेज भेजकर महिला ने प्रदीप को बुलाया। अपहरण करके चलती गाड़ी में उसे मौत के घाट उतार दिया। इस मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए सुमन के भाई और दोस्त को क्लीन चिट मिल गई। घटना के समय दोनों की लोकेशन नहीं पाई गई।

वर्जन

मर्डर में शामिल महिला सहित तीन लोगों को अरेस्ट किया गया है। एक अन्य प्रदीप यादव की तलाश में पुलिस टीम लगी है। महिला ने ही अपने परिचितों संग मिलकर वारदात की साजिश रची थी।

डॉ। कौस्तुभ, एसपी सिटी