- कुसम्ही जंगल में लव ब‌र्ड्स संग छेड़छाड़ का मामला

- रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस कर रही कार्रवाई

GORAKHPUR: शहर से सटे कुसम्ही जंगल में लव ब‌र्ड्स के साथ होने वाली घटनाओं को फर्जी बताने वाली खोराबार पुलिस की पोल खुल गई है। इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के साथ हुई घटना में शामिल मनबढ़ों ने कई लोगों को परेशान करने की बात स्वीकार की है। सुनसान जगहों पर लव ब‌र्ड्स को पाकर मनबढ़ उनके साथ बदसलूकी करते थे। वीडियो बनाकर उनसे रुपए भी वसूलते थे। इंजीनियरिंग छात्र की शिकायत पर हरकत में आई पुलिस ने शोहदों के खिलाफ कार्रवाई की।

ख्0 हजार रुपए मांग रहे थे शोहदे, एएसपी तक पहुंची शिकायत

कुसम्ही जंगल में आए दिन किसी न किसी लव ब‌र्ड्स को शोहदे परेशान करते थे। जंगल में एकांत में बैठे युवक-युवतियोंको देख चार-पांच की तादाद में शोहदे उनको घेर लेते थे। युवकों की पिटाई करते हुए युवतियों संग बदसलूकी की जाती थी। वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देकर मनबढ़ उनसे वसूली करते थे। इस बात की शिकायत होने के बावजूद पुलिस कार्रवाई के बजाय घटनाओं को फर्जी बताकर टालमटोल में जुटी रहती थी। शुक्रवार को एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट अपने साथ की छात्रा संग घूमने गया था। कुसम्ही जंगल में शोहदों ने उनको घेर लिया। मोबाइल छीनकर बदसलूकी करते हुए मारपीट की। ख्0 हजार रुपए की रंगदारी मांगी। मामले की शिकायत एएसपी तक पहुंची। उनके निर्देश पर पुलिस ने दो युवकों को अरेस्ट किया।

पुलिस और वन विभाग का कर्मचारी बनकर जमाते धौंस

कुसम्ही जंगल में लव ब‌र्ड्स संग बदसलूकी की घटनाएं लगातार होती रहती हैं। वर्ष ख्0क्भ् से लेकर सितंबर ख्0क्9 तक शोहदों की हरकत करीब ब्0 शिकायतें सामने आ चुकी हैं। जबकि तमाम मामले दबते चले गए। लेकिन ज्यादातर मामलों में कार्रवाई के बजाय पुलिस हर घटना को फर्जी बताकर टरका देती थी। सितंबर माह में प्रेमी संग घर से भागने वाली युवती से शोहदों ने बदसलूकी की थी। इसके अलावा एक छात्रा को भी शोहदों ने परेशान किया था। इस घटना की सूचना पर पुलिस वारदात से इंकार करने लगी। जनप्रतिनिधि से जुड़ा मामला होने की वजह से पुलिस कार्रवाई से बचती रही। लेकिन इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के साथ घटना के बाद हरकत में आई पुलिस ने सादे कपड़ों में टीम का गठन किया। रुपए लेने पहुंचे दो बदमाशों को अरेस्ट कर लिया। उनके तीन साथी भाग निकले।

सैकड़ों का बनाया शिकार

पकड़े गए बदमाशों की पहचान नंदानगर गोकुलपुरम मोहल्ला निवासी रामा प्रसाद और उसके सहयोगी पिपराइच, चनगही के उमाशंकर के रूप में हुई। दोनों ने पुलिस को बताया कि अपने तीन अन्य साथियों संग मिलकर महीने में ढाई से तीन लाख रुपए की अवैध वसूली करते थे। रुपए लेने के अलावा बदमाशों का गैंग युवतियों और किशोरियों संग बदसलूकी भी करता था। लोकलाज की वजह से युवतियां इसकी शिकायत नहीं दर्ज कराती थीं। इसलिए शोहदों का मन बढ़ता चला गया। पुलिस का कहना है कि जंगल में लुटेरों, शोहदों पर नजर रखने के लिए सादे कपड़ों में टीम लगा दी गई है। फरार बदमाशों को जल्द ही अरेस्ट कर लिया जाएगा। क्0वीं तक पढ़ा रामा प्रसाद खेती किसानी करता है जबकि उमाशंकर मजदूरी करता था।

वर्जन

जंगल में होने वाली घटनाओं को देखते हुए पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई थी। इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स संग घटना में शामिल दो शोहदों को अरेस्ट किया गया है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। तीन अन्य की तलाश में पुलिस टीम लगी है।

रोहन प्रमोद बोत्रे, एएसपी