-बच्चों की छुट्टी होने पर भी नहीं जा पा रहे गांव
-मकान में होने वाली चोरियां रोकने में नाकाम पुलिस
GORAKHPUR: शहर में रहने वाले तमाम लोगों को कोरोना से ज्यादा चोरों का खौफ सता रहा है। बच्चों की छुट्टी होने पर अक्सर फैमिली संग गांव चले जाने वाले लोग घर में चोरी के डर से कहीं नहीं जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि आधी फैमिली यहां तो आधी फैमिली गांव पर है। इस मौके पर सभी लोग साथ रहते तो एक दूसरे का सहयोग करने में मदद मिलती। पुलिस अफसरों का कहना है कि हर परिस्थिति से निपटने के लिए पुलिस टीम को तैयार किया गया है। मोहल्लों में गश्त बढ़ा दी गई है। सुरक्षा को लेकर कड़े प्रबंध किए गए हैं।
बच्चों की छुट्टी होने पर नहीं जा पा रहे घर
कोरोना से बचाव और एहतियात को देखते हुए शहर के स्कूल-कॉलेज बंद हो गए हैं। कई संस्थाओं में भी कामकाज कम हो रहा है। हेल्थ और पुलिस डिपार्टमेंट के अलावा ज्यादातर सरकारी विभागों में कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर गाइडलाइन जारी की गई है। इनमें तमाम ऐसे लोग हैं जिनकी फैमिली में माता-पिता सहित अन्य परिवार के लोग गांव में रहते हैं। बच्चों की छुट्टी होने के बाद भी ऐसे लोग न तो खुद गांव जा पा रहे। न ही अपने बच्चों को भेज पा रहे हैं। लोगों का कहना है कि यदि शहर के मकान में ताला बंद कर घर चले गए तो चोरी का खतरा बढ़ जाएगा। इसके पहले होली में गांव गए कई लोगों के घरों में चोरी हो गई थी।
होली में यहां हुई चोरी
खोराबार एरिया के डांगीपार मोहल्ले की डॉक्टर अनुराधा 08 मार्च को हुमायूंपुर मोहल्ले में रहने वाले माता-पिता से मिलने चली गई। 10 मार्च को पड़ोस में रहने वाले लोगों ने फोन बताया कि घर के दरवाजे पर लगा ताला टूटा है। लौटकर आने पर मालूम हुआ कि ज्वेलरी, नकदी सहित करीब छह लाख रुपए का सामान चोर समेट ले गए थे। उनकी सूचना पर पुलिस छानबीन कर रही है।
- कूड़ाघाट, महादेवपुरम मोहल्ला निवासी सत्येंद्र सिंह देवरिया, देवसिया के मूल निवासी हैं। होली में वह घर चले गए थे। 12 मार्च की दोपहर एक बजे लौटे तो देखा कि दरवाजे का ताला टूटा है। चोरों ने पूरा घर खंगाला था। उनका कहना है कि दो लाख रुपए नकदी सहित करीब 10 लाख रुपए का सामान उनके घर से चोर उठा ले गए थे।
एक साल में दर्ज चोरी के केस
कोतवाली - 62
राजघाट - 23
तिवारीपुर - 14
कैंट - 127
खोराबार 27
राममढ़ताल- 00
गोरखनाथ 126
शाहपुर 17
चिलुआताल 60
गुलरिहा 90
गीडा 05
पब्लिक से बातचीत
सहजनवां क्षेत्र की रहने वाली हूं। अक्सर छुट्टियाें में हम लोग बच्चों संग गांव चले जाते हैं। लेकिन अभी तक हम लोग नहीं गए हैं। घर बंद कर चले जाने पर चोरी का डर बना रहता है।
विनीता, पादरी बाजार
हम लोगों के मोहल्ले में पहले बहुत चोरी होती थी। लेकिन इधर पुलिस की गश्त होने से राहत मिली है। लेकिन दिन में भी डर लगता है कि मकान बंद करके कहीं जाएंगे तो चोरी हो जाएगी।
श्याम कुमार, पादरी बाजार
अक्सर त्योहारों पर घर से लौटने पर मालूम होता है कि चोरी हो गई है। इसलिए गांव जाने से परहेज कर रहे हैं। परिवार के अन्य सदस्य वहां पर हैं। मोबाइल पर बातचीत कर सभी का हालचाल लिया जा रहा है।
रवींद्र कुमार, बरगदवां
वर्जन
चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए निर्देश दिए गए हैं। रात में पुलिस की गश्त हो रही है। हर मोहल्ले में पुलिस का मोबाइल दस्ता हूटर बजाते हुए पहुंचता है। रात में संदिग्धों की चेकिंग सहित अन्य कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस की सक्रियता से चोरी की घटनाओं पर लगाम लगा है।
डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी