-आपरेशन सवेरा को लेकर गोरखपुर पुलिस नहीं हुई सीरियस

- डॉयल 112 पर कॉल करके बनाना था मेंबर

GORAKHPUR:

शहर में सीनियर सिटीजन को सुरक्षा और सहारा देने के लिए शुरू हुई योजना पहले चरण में फेल हो गई। सवेरा योजना को लेकर प्रभारी अधिकारी गंभीर नजर नहीं आ रहे। योजना के शुरू होने के बाद से सीनियर सिटीजन का रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ था। जनवरी के पहले हफ्ते तक महज साढ़े 14 हजार सीनियर सिटीजन का रजिस्ट्रेशन हो सका है। एसएसपी ने बताया कि इस योजना की समीक्षा की जाएगी। यदि किसी तरह की लापरवाही सामने आई तो कार्रवाई की जाएगी।

क्या बनी थी योजना, क्या करना था काम

सीनियर सिटीजन की सुरक्षा और उनको सहारा देने के लिए यूपी पुलिस ने योजना शुरू की। 2019 के नवंबर में इस योजना को अमल लाने की बात हुई। सवेरा योजना के तहत सीनियर सिटीजन की सुरक्षा को लेकर एसओ को ट्रेनिंग देने के निर्देश दिए गए। साथ ही हर थाना क्षेत्र में एक दरोगा और एक कांस्टेबल को रजिस्ट्रेशन की जिम्मेदारी तय हुई। पहले चरण में इस योजना के तहत व्यवस्था की गई कि पुलिस के डॉयल 112 पर भी कॉल कर सीनियर सिटीजन रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। लेकिन इस योजना को लेकर जिले में प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी।

ऐसे काम करेगा पूरा सिस्टम

रजिस्ट्रेशन के समय सीनियर सिटीजन का पता सहित पूरा ब्यौरा ऑनलाइन दर्ज किया जाएगा। रजिस्टर्ड नंबर से पुलिस के डॉयल 112 पर किसी तरह की कॉल आने पर पूरा रिकार्ड सामने आ जाएगा। पुलिस को तत्काल संबंधित व्यक्ति का ब्यौरा मिलने से मदद करने में आसानी होगी। लोकेशन ट्रैक होने पर आसानी से पुलिस वहां पर पहुंच सकेगी। कम समय में ही सीनियर सिटीजन की हेल्प हो जाएगी। पुलिस अफसरों का कहना है कि यह एक अच्छी व्यवस्था है। इसके बारे में सभी थानेदारों को जानकारी दी जा चुकी है।

यह सौंपी गई थी जिम्मेदारी

पुलिस गश्त करके अपने क्षेत्र के अकेले रहने वाले सीनियर सिटीजन को चिह्नित करेगी।

रजिस्टर में सभी उनका का नाम-पता और मोबाइल नंबर दर्ज किया जाएगा।

हल्का दरोगा और सिपाही अपने क्षेत्र में रहने वाले सीनियर सिटीजन का हालचाल पूछेंगे।

उनको हो रही परेशानियों की जानकारी लेंगे। दूर दराज रह रहे परिजनों से संपर्क करेंगे।

सीओ और एसओ फोन करके रजिस्टर पर दर्ज पर सूचनाओं की पुष्टि करेंगे।

ऐसे काम करेगा डॉयल यूपी 112

डॉयल 112 में नया सिक्योरिटी एप जुड़ चुका है।

सभी सीनियर सिटीजन के मोबाइल फोन में पुलिस, एप डाउनलोड करेगी।

सीनियर सिटीजन को बताया जाएगा कि जरूरत पड़ने पर वह कैसे मदद ले सकते हैं।

मोबाइल एप में बटन दबाते ही सूचना तत्काल पुलिस के पास पहुंच जाएगी।

चंद मिनटों में मौके पर पहुंचकर पुलिस सीनियर सिटीजन की मदद कर सकेगी।

पूर्व में हो चुकी हैं वारदातें

2015 में कैंट एरिया में बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी गई थी।

2004 में सूरजकुंड मोहल्ले में बुजुर्ग दंपति का मर्डर हुआ था।

2003 में कैंट एरिया में बुजुर्ग दंपति का मर्डर कर दिया गया था।

वर्जन

सीनियर सिटीजन के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है। शहर में 14, 500 सीनियर सिटीजन का प्राइमरी रजिस्ट्रेशन हो चुका है। सवेरा योजना की समीक्षा की जाएगी। इस दौरान कोई लापरवाही सामने आने पर संबंधित लोगों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी