-जेल अधिकारियों संग मीटिंग कर जानेंगे हाल

-शनिवार से हुई शुरुआत, क्राइम ब्रांच जुटा रहा डाटा

GORAKHPUR: जेल में बंद बदमाशों पर शिकंजा कसने के लिए हर हफ्ते समीक्षा की जाएगी। अपराधियों की गतिविधियों की निगरानी के लिए जेल से लेकर सेशन हवालात तक पुलिस की पैनी निगाहें रहेंगी। एसएसपी डॉ। सुनील कुमार के निर्देश पर सीओ क्राइम ब्रांच की अगुवाई में नकेल कसने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पुलिस के नए पैतरे से बदमाशों में खलबली मची है।

हर शनिवार को बैठक, जुटाएंगे जानकारी

जेल में बंद बदमाश चहारदीवारी के अंदर से अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं। पूर्व में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें जेल के भीतर से साजिश रची गई थी। दिसंबर में कुशीनगर जिले में हुई डेढ़ करोड़ रुपए के लूट की योजना सीवान जेल में गढ़ी गई थी। देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर सहित अन्य जिलों के बदमाशों का जुड़ाव होने से मौका मिलने पर बदमाश जेलों में नया गैंग खड़ा कर लेते हैं। पेशेवर अपराध होने पर पुलिस पुराने बदमाशों की फाइलें खंगालती रहती है। जबकि, दूसरों जिलों के शातिर क्राइम के बाद आराम से बच निकलते हैं। उन पर किसी की नजर नहीं पड़ती है। ऐसे में पुलिस कार्रवाई में प्रॉब्लम होती है। इसको देखते हुए एसएसपी ने नए सिरे से कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। सीओ क्राइम ब्रांच प्रवीण सिंह की अगुवाई में हर हफ्ते क्राइम ब्रांच की टीम जेल अधिकारियों संग मीटिंग कर सूचनाओं को अपडेट करेगी।

इन बिंदुओं पर करेंगे समीक्षा

- जेल के भीतर और बाहर सक्रिय बदमाशों से संबंधित सूचनाओं का आदान प्रदान करेंगे।

- जेल में बंद बदमाशों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सभी तरह की सूचना कलेक्ट की जाएगी।

- किस जिले के कितने बदमाश गोरखपुर में बंद हैं। इसकी पूरी डिटेल जुटाकर आसपास के जिलों को भेजी जाएगी।

- किस बंदी से कौन मुलाकाती, कितनी बार मिलने आ रहा है। इसकी सूचना को रोजाना अपडेट किया जाएगा।

- पेशेवर अपराधों में पकड़े गए बदमाशों की जमानत लेने वाले कौन हैं। वह क्या करते हैं। मुकदमे में किसकी मदद मिल रही।

- जेल से कोर्ट में बंदियों की पेशी कब, कैसे और कितनी सुरक्षा में हो रही। लॉकअप के पास बंदियों से कौन मुलाकात करता है।

- जेल की बैरक में किस बंदी के साथ किसका किस तरह का संबंध है। इससे संबंधित रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी।

वर्जन

जेल पुलिस चौकी पर जेल प्रशासन और क्राइम ब्रांच के साथ को-आर्डिनेशन मीटिंग की जाएगी। हर हफ्ते शनिवार को इसका आयोजन होगा। बैठक का उद्देश्य हर हफ्ते जेल में जाकर सूचनाओं का आदान-प्रदान करना है। इससे अपराध, अपराधियों से जुड़ी गतिविधियों को अपडेट किया जा सकेगा।

प्रवीण सिंह, सीओ क्राइम