- मुंडेरा बाजार से हुआ था बच्चे का अपहरण

- एक को जेल भेजकर तीन को तलाश रही पुलिस

GORAKHPUR:

मुंडेरा बाजार निवासी विजय कुमार जायसवाल के छह साल के बेटे गोविंद के अपहरण की वजह जानने में पुलिस के पसीने छूट गए। अपहरण में शामिल एक आरोपी को अरेस्ट करके भी पुलिस वारदात की तह तक नहीं पहुंच सकी। मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार वार्ड नंबर चार निवासी शमशुद्दीन को न्यायालय में पेश किया। अभियुक्त को कस्टडी रिमांड में लेते हुए कोर्ट ने जेल भेजने का आदेश दिया। एसएसपी रामलाल वर्मा ने कहा कि दबाव बढ़ने पर अपहरणकर्ता बच्चे को नहीं ले जा सके। पुलिस, सोशल मीडिया और पब्लिक की मदद से उसे अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया गया।

स्कूल से लौटते समय किया अपहरण

मुंडेरा बाजार वार्ड नंबर छह निवासी विनोद कुमार जनरल मर्चेंट की शॉप चलाते हैं। उनकी चार संतानों में इकलौता बेटा गोविंद वार्ड के एलिस चिल्ड्रेन एकेडमी में कक्षा एक में पढ़ता है। सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे स्कूल से वह पैदल घर जा रहा था। रास्ते में मिले बाइक सवार दो युवकों ने उसको बहला फुसलाकर बाइक पर बैठा लिया। बच्चे के रोने पर लोगों को अपहरण की जानकारी हुई। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। सोशल मीडिया में अपहरण वायरल होने पर मुंडेरा बाजार और आसपास के इलाके में सक्रियता बढ़ गई। करीब छह घंटे के बाद बाइक सवार बदमाश बच्चे को घर छोड़ने के लिए पहुंचे। तभी लोगों ने एक आरोपी को पकड़ लिया। उसकी पहचान विनोद के पड़ोसी शमसुद्दीन के रूप में हुई।

मम्मी चली जाएं लखनऊ तो आए मजा

बच्चे को दो बाइक सवार लोगों ने अपहरण किया। रास्ते में दूसरी बाइक सवार दो युवक भी मिले। वह लोग बच्चे को लेकर सोनबरसा की ओर एक पोखरे के पास चले गए। काफी देर तक अपहरणकर्ता बच्चे को छिपाने की जगह खोजते रहे। इस दौरान वह लोग बच्चे को लखनऊ भेजने के लिए मम्मी लखनऊ चली जाए तो मजा आ जाएगा के कोड का इस्तेमाल करके बात करते रहे। उनके दो साथी गोरखपुर शहर में बच्चे को छिपाने का ठिकाना तलाशने आ गए। करीब पांच घंटे परेशान होने के बाद बाइक सवार अपहरणकर्ता बच्चे को घर छोड़ने जा रहे थे। तभी लोगों ने एक आरोपी को दबोच लिया।

चलो पापा बुला रहे हैं

बच्चे के अपहरण के लिए बदमाशों ने पहले से योजना बनाई थी। पकड़े गए शमसुद्दीन के मोबाइल में 17 जुलाई का बनाया बच्चे का वीडियो भी मिला है। बदमाशों ने बच्चे को रास्ते में रोककर पापा के पास बुलाने की बात कही। चालाक बच्चे ने अपने पिता का नाम दोनों युवकों से पूछा। मोहल्ले का होने की वजह से शमशुद्दीन ने बच्चे के पिता का नाम बता दिया। यकीन होने पर बच्चा उनके साथ हो गया। घर जाने के बजाय रास्ता बदलने पर बच्चे ने शोर मचाना शुरू किया। पकड़े जाने से बचने के लिए बाइक चला रहे युवकों ने कई बार टीशर्ट बदली। एसएसपी ने कहा कि आरोपी शमसुद्दीन तरकुलहां मेला मंदिर परिसर में कोल्डड्रिंक की शॉप चलाता है। उसके तीन अन्य साथी भी चौरीचौरा एरिया के रहने वाले हैं।

बच्चे के अपहरण में एक आरोपी अरेस्ट किया गया है। लेकिन अभी तक बच्चे के अपहरण का मोटिव नहीं पता चल सका है। अपहरण में शामिल तीन अन्य बदमाशों की तलाश की जा रही है।

रामलाल वर्मा, एसएसपी