- ईटीएम मशीन में खेल कर कंडक्टर रोडवेज को लगा रहे लाखों का चूना

- पैसेंजर्स को बिना डिटेल वाला ब्लैंक टिकट पकड़ा अपनी जब में डाल रहे पैसे

- जिम्मेदारों की चेकिंग में हुआ खुलासा

GORAKHPUR: आगरा और अलीगढ़ में टिकटों के फर्जीवाड़े का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि इसी बीच गोरखपुर रीजन की रोडवेज बसों की चेकिंग में ईटीएम मशीन से छेड़छाड़ का खुलासा हुआ है। यहां कई कंडक्टर ईटीएम मशीन के इंस्पेक्टर बटन का इस्तेमाल करपैसेंजर्स को बिना जर्नी डिटेल वाला ब्लैंक टिकट पकड़ा अपनी जेब गर्म करने में लगे हैं। चेकिंग में ये फ्रॉड पकड़े जाने के बाद पांच कंडक्टर्स को जांच होने तक ड्यूटी से हटा दिया है। हालांकि विभाग में ये भी चर्चा है कि अधिकारियों ने सिर्फ नाम की जांच बिठाई है। सूत्रों का कहना है कि यहां की ज्यादातर बसों में ये खेल चल रहा है। अगर असल जांच हुई तो यहां सैकड़ों बसें बिना कंडक्टर्स के खड़ी हो जाएंगी।

काफी दिनों से चल रहा खेल

सूत्रों की मानें तो गोरखपुर रीजन की रोडवेज बसों में काफी दिनों से ये खेल चल रहा है। ज्यादातर लंबी दूरी की यात्रा में कंडक्टर ईटीएम मशीन में छेड़छाड़ कर टिकटों का फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। इससे हर साल लगभग लाखों रुपए का रोडवेज का घाटा होता है। लेकिन अधिकारियों द्वारा प्रॉपर चेकिंग न करने से फ्रॉड करने वाले कंडक्टर्स और चालकों का मन बढ़ता जा रहा है।

दोष हुआ साबित तो होगी कार्रवाई

गोरखपुर रीजन के देवरिया डिपो की एक बस की चेंकिग में ईटीएम मशीन से खेल उजागर हुआ। जिसके बाद आनन-फानन में अधिकारियों ने कई और बसों की चेकिंग की तो चार और बसों में इंस्पेक्टर बटन का बार-बार यूज होना पाया गया। जिसके बाद उन बसों के कंडक्टर्स को तत्काल जांच होने तक ड्यूटी से हटा दिया गया। देवरिया एआरएम का कहना है कि जांच में जो भी दोषी मिलेगा उसके ऊपर ठोस कार्रवाई की जाएगी।

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चेकिंग से बच रहे अधिकारी

रोडवेज को चूना लगाने वाले कंडक्टर्स के होश ठिकाने लगाने के लिए अधिकारियों ने एक समिति बनाई है। जो मशीन की जांच करेगी और ये भी पता लगाएगी कि कंडक्टर ये खेल कबसे कर रहे हैं। हालांकि अधिकारी कंडक्टर्स के नाम बताने से कतरा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार रोडवेज अधिकारी पांच कंडक्टर्स को पकड़ने के बाद सुस्त पड़ गए हैं। ऐसा इसलिए है कि चेकिंग में अगर और लोग पकड़े गए तो बसें खड़ी हो जाएंगी। रोडवेज में कर्मचारियों का भी टोटा काफी दिनों से चल रहा है।

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फर्जी एमएसटी बना भी लगा रहे चूना

परिवहन निगम में इस कदर लूट खसोट मची हुई है। ये गोरखपुर रीजन में साफ देखने को मिलता है। यहां के राप्तीनगर डिपो में काफी दिनों से फर्जी एमएसटी बनाने का काम चल रहा है। जिसका खुलासा दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने किया था। जिसके बाद से ही अधिकारी एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। लेकिन इस पर कार्रवाई आज तक नहीं हो पाई है।

फैक्ट फिगर

गोरखपुर रीजन में निगम की ऑर्डिनरी बसों की संख्या - 444

जनरथ बसें - 42

अनुबंधित बसों की संख्या - 7 बड़ी बसें

मिनी बसों की संख्या- 235

एसी शताब्दी बस- 6

गोरखपुर रीजन के आठों डिपो में कुल बसों की संख्या- 734

वर्जन

ईटीएम मशीनों में किस तरह खेल किया जा रहा इसका पता लगाया जा रहा है। साथ ही पकड़े गए कंडक्टर्स पर अगर दोष सिद्ध हो जाता है तो उनके ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

- आरबी विश्वकर्मा, आरएम