-रोडवेज कंडक्टर पब्लिक से ले रहे फुटकर, लेकिन विभाग में जमा करा रहे 500-1000 के नोट

- उठ रहा है बड़ा सवाल, आखिर कहां चले जा रहे छोटे नोट

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utkarsh.srivastava@inext.co.in

GORAKHPUR:

एक तरफ तो पांच सौ और हजार रुपए के नोट बंद होने के चलते पब्लिक परेशान हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ सरकारी विभाग इसका बेजा फायदा उठाने में जुटे हैं। यानी पब्लिक से तो फुटकर मांगा जा रहा है, लेकिन वह फुटकर विभाग में जमा होने के बजाए कहीं और पहुंच रहा है। परिवहन विभाग में तो आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने जो देखा उसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। यहां पर कंडक्टर पब्लिक से मिले फुटकर पैसे को गोल करने का खेल कर रहे हैं।

पैसेंजर से नहीं ले रहे फुटकर

सरकार की तरफ से रोडवेज में एक हजार व पांच सौ के नोट लिए जाने का निर्देश है। बावजूद इसके बसों में कंडक्टर पैसेंजर्स से बड़े नोट नहीं ले रहे। जिन लोगों से ले भी रहे हैं, उनके पैसे की वापसी की कोई गारंटी नहीं है। गौरतलब है कि सिर्फ गोरखपुर रीजन में रोजाना रोडवेज की आय 50 से 55 लाख रुपए होती है। यानी साफ है कि इन दिनों रोडवेज के पास रोजाना लाखों रुपए फुटकर आ रहे हैं। लेकिन हैरान करने वाली बात तो यह है कि किसी भी डिपो में कंडक्टर द्वारा फुटकर पैसे नहीं जमा किए जा रहे हैं।

तो दलालों से है सेटिंग

इस मामले का सच जानने के लिए मंगलवार को आई नेक्स्ट रिपोर्टर गोरखपुर डिपो के कैश काउंटर पर पहुंचा। इस दौरान टीम ने जो नजारा अपने खुफिया कैमरे में कैद किया वे बेहद चौंकाने वाला रहा। यहां बसें लेकर आए सभी कंडक्टरों के पास तो फुटकर पैसे थे। लेकिन जब वही कंडक्टर कैश काउंटर पर रुपए जमा करने पहुंचे तो उनके हाथों में पांच सौ और हजार की नोटों की गड्डियां ही थीं। यानी साफ है कि दलालों से सेटिंग कर फुटकर पैसे बदल लिए जा रहे हैं।

विभाग भी कर रहा खेल

वहीं दूसरी ओर रोडवेज के सूत्रों ने आई नेक्स्ट को नाम न छापने की शर्त पर बताया कि निगम की चेकिंग टीम भी जमकर खेल कर रही है। सफर के दौरान ही बसों को रोककर कंडक्टर के पास से पैसे बदल लिए जा रहे हैं। कंडक्टरों द्वारा इसका विरोध करने पर नौकरी गंवाने की धमकियां भी दी जा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक इसके लिए सभी रूटों पर चेकिंग टीम के साथ कुछ दबंगों को भी लगाया गया है। यह लोग चलती बसों को रोककर चेकिंग के नाम पर फुटकर पैसे वसूल ले रहे हैं।

अधिकारियों में भी मारामारी

निगम के फुटकर पैसों के लिए अधिकारियों के बीच भी मारामारी मची हुई है। मंगलवार को सिर्फ डिपो के अधिकारी नहीं बल्कि आरएम ऑफिस के भी अधिकारी कंडक्टरों को धमकाकर बड़े नोट के बदले फुटकर पैसे वसूलते रहे।

पैसेंजर ने की शिकायत

कंडक्टर द्वारा पैसेंजर से बड़े नोट मना कर देने पर एक पैसेंजर ने गोरखपुर डिपो के शिकायत काउंटर पर इसकी शिकायत भी की है। पैसेंजर ने आरोप लगाया कि कंडक्टर द्वारा हम लोगों से बड़े नोट नहीं लिया गया, लेकिन सबके सामने ही सभी फुटकर पैसे एक दलाल को दे दिया। जब पैसेंजर्स ने इसका विरोध किया तो कंक्डटर ने उन्हें बस से उतार देने की धमकी दी।

रेल में भी चल रहा खेल

कमोबेश ऐसा ही हाल रेलवे में भी है। यहां पर रिजर्वेशन काउंटर पर तो फिर भी पांच सौ व हजार की नोट ले रहे। लेकिन जनरल टिकट काउंटर और एटीवीएम मशीनों पर यह नोट नहीं एक्सेप्ट किए जा रहे हैं। ऐसे में पब्लिक को काफी परेशानी हो रही है।

कॉलिंग

बस में कंडक्टर एक हजार व पांच सौ की नोट नहीं ले रहे हैं। बोलने पर जवाब दे रहे हैं कि वापस करने के लिए फुटकर नहीं है। रसीद ले लो, दो दिन बार डिपो में आकर बचे पैसे ले जाना। वहीं अपने परिचितों को आराम से फुटकर पैसे दे रहे हैं।

-विभोर, पैसेंजर

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सरकार की ओर से आदेश होने के बाद भी बसों में बिना फुटकर पैसों के टिकट नहीं दिया जा रहा है। कंडक्टर जवाब दे रहे हैं कि लौटाने के लिए चेंज नहीं है, लेकिन अधिकांश पैसेंजर तो चेंज ही दे रहे हैं। इसके बाद भी बड़े नोट लेने से मना किया जा रहा है।

-मुकेश, पैसेंजर

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फिलहाल रोडवेज में एक हजार व पांच सौ के नोट लेना अनिवार्य है, लेकिन चेंज की कमी से कंडक्टर द्वारा नोट नहीं लिए जाने की शिकायत मिल रही है। कैश में अधिकांश बड़े नोट ही जमा किए जा रहे हैं। अगर इसमें किसी तरह के खेल की शिकायत मिली तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

-एसके राय, आरएम रोडवेज