- स्कूलस में हो रहे 30 से 50 मा‌र्क्स के टेस्ट

- एक क्वेश्चन सॉल्व करने पर डिसप्ले कर रहा दूसरा क्वेश्चन

- रिजल्ट भी तुरंत कर सकते हैं डाउनलोड

GORAKHPUR: लॉकडाउन ने पढ़ाई का अंदाज चेंज करके रख दिया है। विपरित परिस्थितयों में भी स्कूल्स ने हाइटेक अंदाज में इसका जवाब दिया है। कोरोना काल में पहले तो स्कूलों ने ऑनलाइन क्लास शुरू की। फिर स्टूडेंट्स की तैयारी चेक करने के लिए ऑनलाइन टेस्ट भी शुरू करा दिया है। गोरखपुर के स्कूल आईटी की तर्ज पर ऑनलाइन टेस्ट ले रहे हैं। हर सब्जेक्ट का टेस्ट देने के बाद उसका रिजल्ट भी स्टूडेंट को तुरंत मिल जा रहा है।

इस तरह हो रहा टेस्ट

आरपीएम एकेडमी स्कूल के डायरेक्टर अजय शाही ने बताया कि जिस तरह आईटी का ऑनलाइन एग्जाम होता है। उसी तरह उनके स्कूल में स्टूडेंट्स का टेस्ट लिया जा रहा है। स्टूडेंट्स से 30 से 50 क्वेश्चन पूछे जा रहे हैं। एक क्वेश्चन को पूरा करके सबमिट करने के बाद ही दूसरा सवाल बच्चों के सामने डिसप्ले कर रहा है। ठीक इसी तरह आईटी में भी ऑनलाइन एग्जाम होते हैं। उन्होंने बताया कि आरपीएम एकेडमी की सभी ब्रान्च पर एक से लेकर 12 वीं क्लास तक ऑनलाइन टेस्ट शुरू कर दिया गया है। डेली टेस्ट के सारे सवाल सबमिट करने के बाद तुरंत स्टूडेंट्स को उसका रिजल्ट भी मिल जा रहा है।

दस क्वेश्चन का पेपर

एबीसी पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर हेमंत मिश्रा ने बताया कि स्कूल में क्लास 1 से 12वीं तक का ऑनलाइन टेस्ट शुरू हो गया है। अभी तक स्टूडेंट्स ने क्या पढ़ा और कितना समझा इसका पता इस टेस्ट से ही लग जाएगा। ऑनलाइन टेस्ट में स्टूडेंट्स को एक पेपर भेजा जा रहा है जिसमें करीब 10 क्वेश्चन हैं जिसे स्टूडेंट ऑनलाइन ही सॉल्व कर रहा है। जिसके नंबर भी स्टूडेंट्स को क्वेश्चन सॉल्व करने के बाद ही भेज दिए जा रहे हैं।

स्टूडेंट्स को दे रहे मल्टीपल च्वॉइस क्वेश्चन

स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल अपनीत गुप्ता ने बताया कि स्कूल में 1 से लेकर 12 वीं क्लास तक ऑनलाइन टेस्ट शुरू हो गया है। जूम एप के जरिए ही टेस्ट भी करवाया जा रहा है। इसमें स्टूडेंट्स को 50 मल्टीपल च्वॉइस क्वेश्चन दिए जा रहे हैं। एक क्वेश्चन के लिए चार आंसर होते हैं जिसमें से एक पर स्टूडेंट्स को टिक लगाना होता है। इसके बाद स्टूडेंट्स की कम्प्यूटराइज कॉपियां जांचकर तुरंत नंबर भी सेंड कर दिया जाता है। ऑनलाइन ही पीटीएम भी कराए जा रहे हैं। इसमें एक- एक पैरेंट्स से वीडियो कॉल के जरिए बात की जाती है। उनसे पूछा जाता है कि ऑनलाइन क्लास में बच्चे को कहीं दिक्कत तो नहीं हो रही है।

बच्चों के लिए की पहल

लॉकडाउन में बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो इसलिए स्कूलों ने ऑनलाइन क्लासेस के अलग-अलग तरीके अपनाए। जिससे स्टूडेंट्स का कोर्स नए सेशन में टाइमली पूरा कराया जा सके। ऐसे में अब स्कूलों में समर वेकेशन की तैयारी भी शुरू हो गई हैं। जिसको देखते हुए स्कूल्स अपने यहां ऑनलाइन क्लासेस की तरह ही ऑनलाइन टेस्ट करा रहे हैं।

कोट्स

आईटी का ऑनलाइन एग्जाम होता है, उसी तरह स्टूडेंट्स का टेस्ट लिया जा रहा है। स्टूडेंट्स से 30 से 50 क्वेश्चन पूछे जा रहे हैं। एक क्वेश्चन को पूरा करके सबमिट करने के बाद ही दूसरा सवाल डिसप्ले कर रहा है।

अजय शाही, डायरेक्टर, आरपीएम एकेडमी

स्कूल में क्लास 1 से 12वीं तक का ऑनलाइन टेस्ट शुरू हो गया है। अभी तक स्टूडेंट्स ने क्या पढ़ा और कितना समझा इसका पता इस टेस्ट से ही लग जाएगा। पेपर में दस क्वेश्चन स्टूडेंट्स को सॉल्व करने के लिए दिए जा रहे हैं।

हेमंत मिश्रा, डायरेक्टर, एबीसी पब्लिक स्कूल

स्टूडेंट्स को 50 मल्टीपल च्वॉइस क्वेश्चन दिए जा रहे हैं। एक क्वेश्चन के लिए चार आंसर होते हैं जिसमें से एक पर स्टूडेंट्स को टिक लगाना होता है। इसके बाद स्टूडेंट्स की कम्प्यूटराइज कॉपियां जांचकर तुरंत नंबर भी सेंड कर दिया जाता है।

- अपनीत गुप्ता, प्रिंसिपल, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज