- साक्षरता और स्वास्थ्य को लेकर चलाया जाएगा अभियान

- यूनिवर्सिटी के एनएसएस को मिली जिम्मेदारी

GORAKHPUR: देश को उन्नत करने में अब गोरखपुर यूनिवर्सिटी भी अपनी जिम्मेदारी निभाएगी। इसके लिए सभी यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेज को 'उन्नत भारत अभियान' से जोड़ा जा रहा है, जो अपने-अपने संबद्ध कॉलेज से सहयोग लेकर शिक्षा और स्वच्छता पर काम करेंगे। इसमें यूनिवर्सिटी के साथ ही कॉलेजेज के एनएसएस वालंटियर्स की अहम भूमिका होगी, जिससे इस अभियान को तेजी मिल सके और सभी जगह स्वास्थ्य बेहतर रहने के साथ ही शिक्षा का बोलबाला हो।

तीन जिलों की कमान

गोरखपुर यूनिवर्सिटी का दायरा तीन जिलों तक फैसला हुआ है। इसमें गोरखपुर के अलावा देवरिया और कुशीनगर भी शामिल हैं। इन तीनों जिलों को शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर करने का जिम्मा गोरखपुर यूनिवर्सिटी को दिया गया है। यूनिवर्सिटी को यह जिम्मेदारी बीते दिनों दिल्ली में हुई एमएचआरडी और यूजीसी की बैठक में सौंपी गई है। इस मौके पर देश भर के वाइस चांसलर्स के साथ ही एचआरडी मिनिस्टर प्रकाश जावड़ेकर और यूजीसी के चेयरमैन भी मौजूद रहे।

ट्रेनिंग देंगे एनएसएस वालंटियर्स

उन्नत भारत अभियान का हिस्सा बनने वाले गोरखपुर यूनिवर्सिटी के वालंटियर्स पर अब बड़ी जिम्मेदारी होगी। गांव को अडॉप्ट करने के साथ ही उन्हें वहां के लोगों को साक्षर करना है। वहीं स्वास्थ्य बेहतर रहे, इसलिए हाईजीन मेनटेन करने के साथ ही साफ-सफाई की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। एनएसएस वालंटियर्स 'सब पढ़ने जाएं और सब स्वस्थ्य रहें' मोटिव पर वर्क करेंगे और अपने आसपास के इलाकों को कवर करेंगे।

बॉक्स

15 अगस्त के बाद मेगा मीटिंग

अभियान को सफल बनाने के लिए यूनिवर्सिटी ने कवायद भी शुरू कर दी है। 15 अगस्त के बाद जब यूनिवर्सिटी के एडमिशन क्लोज हो जाएंगे, तो इसके बाद सभी जिम्मेदारों की मीटिंग की जाएगी और आगे की स्ट्रैटजी प्लान की जाएगी। इसमें सभी कॉलेजेज के एनएसएस वालंटियर्स को भी जिम्मेदारी दी जानी है, जिससे आसपास के इलाकों में वह अवेयरनेस प्रोग्राम चला सकें।

वर्जन

उन्नत भारत अभियान के तहत गोरखपुर यूनिवर्सिटी को अपने संबंध सभी कॉलेजेज के सहयोग से साक्षरता और स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इसके लिए एडमिशन कंप्लीट होने के बाद एक मीटिंग की जाएगी।

- प्रो। एसके दीक्षित, प्रो-वीसी, गोरखपुर यूनिवर्सिटी