- संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से चरमराई शहर की बिजली व्यवस्था

- नार्मल उपकेंद्र से जुड़े इलाके रहे सबसे ज्यादा प्रभावित

- अन्य एरियाज में भी नहीं ठीक हो सका फॉल्ट, पब्लिक झेलती रही सांसत

GORAKHPUR: बिजली संविदा कर्मचारियों की 24 घंटे की हड़ताल ने शहर में बिजली का संकट खड़ा कर दिया। रविवार शाम से हड़ताल पर रहे संविदा कर्मचारियों के बिना रात में दर्जनों फीडरों से जुड़े एरियाज में फॉल्ट होने पर रातभर लोगों को कटौती झेलनी पड़ी। हड़ताल के चलते फॉल्ट सही नहीं हो सका। बिजली-पानी के लिए हाहाकार मचने पर आनन-फानन में जिम्मेदारों ने नियमित कर्मचारियों को भेज सप्लाई बहाल कराई।

हड़ताल पर लाइनमैन, फॉल्ट ने रुलाया

विद्युत संविदा मजदूर संगठन के आह्वान पर हुई हड़ताल में गोरखपुर जिले के लगभग 300 संविदा लाइनमैन शामिल हुए। जिनके एक दिवसीय हड़ताल पर चले जाने के चलते शहर की बिजली व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित हो गई। तमाम जगहों पर हुए छोटे व बड़े फॉल्ट घंटों तक सही नहीं किए जा सके।

नाम मात्र हैं स्थाई कर्मचारी

बिजली निगम के पास स्थाई कर्मचारी के नाम पर मात्र 35 से 40 लाइनमैन हैं। लेकिन शहर में चार उप खंड हैं, इससे अधिक सब स्टेशनों की संख्या लेकिन अनुपात में उनकी संख्या काफी कम हैं। ऐसे में शहर में रोजाना होने वाले सैकड़ों छोटे-बड़े फॉल्ट के लिए बिजली निगम पूरी तरह से संविदा लाइनमैनों पर निर्भर है। हड़ताल के चलते फॉल्ट को समय से ठीक करना विभाग के लिए चुनौती बन गया। व्यवस्था चरमराती देख आनन-फानन में बिजली अधिकारियों ने उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन देकर मामला शांत कराया।

एसई कार्यालय पर जमकर हंगामा

संविदा कर्मचारी रात से ही अचानक हड़ताल पर चले गए। इसके चलते सोमवार की रात से शहर की बिजली सप्लाई प्रभावित हो गई। कई जगहों पर बिजली न आने पर हंगामा शुरू हो गया। नॉर्मल उपकेंद्र से जुड़े इलाकों में रातभर फॉल्ट नहीं ठीक हो पाया। वहीं, तारामंडल, खोराबार, शाहपुर, राप्तीनगर, पादरी बाजार इलाके की बिजली व्यवस्था भी प्रभावित रही। कई एरियाज में तो ट्रिपिंग की भी समस्या बनी रही। बिजली की आंख-मिचौली के चलते लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।

कोट्स

फॉल्ट के चलते नार्मल उपकेंद्र से जुड़े इलाके रात से ही प्रभावित रहे हैं। बिजली अधिकारी और कर्मचारियों के पास कॉल की गई तो कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला।

अजय कुमार

लाइन में फॉल्ट को सही कराने के लिए बिजली ऑफिस में कई बार बात करने के बाद भी फॉल्ट नहीं सही किया गया।

सुमित सोनकर

शाहपुर इलाके में ट्रिपिंग की समस्या बड़ी है। इसके लिए कई बार अफसरों से शिकायत की गई लेकिन उसे ठीक करने के लिए कोई लाइनमैन नहीं पहुंचा।

सागर यादव

वर्जन

संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से दिक्कत हुई। स्थाई लाइनमैन व अन्य कर्मचारियों की मदद से सप्लाई सुचारू बनाने का प्रयास किया गया। हालांकि उनकी मांगों पर विचार करते हुए आश्वासन दिया गया है। उनकी हड़ताल खत्म हो चुकी है और वह देर शाम काम पर लौट गए।

- एके सिंह, एसई शहर

बॉक्स

आश्वासन पर हड़ताल खत्म

विद्युत संविदा मजदूर संगठन के बैनर तले संविदा कर्मचारियों ने अपने बकाया वेतन के भुगतान के लिए अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद अधिक्षण अभियंता ने पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया। इस दौरान एसई शहर एके सिंह ने कहा कि वेतन भुगतान दो दिन के अंदर कर दिया जाएगा। कर्मचारियों को उनके द्वारा लिखित पत्र प्राप्त होने पर धरना स्थगित कर दिया गया। इस अवसर पर केपी सिंह, प्रभाकर पांडेय, जेपीएन सिंह, सुरेंद्र सिंह, विजय प्रकाश चौधरी, मनीष राय, अजय शाही, प्रमोद पांडेय, कंदार गौतम, विनोद कुमार श्रीवास्तव, अशोक गौडि़या, हरिओम मिश्रा, सैयद जुल्फेकार हुसैन, चंद्रमणि तिवारी, अनिल गुप्ता, अजय कृष्ण श्रीवास्तव, वासुदेव सिंह आदि मौजूद रहे।