-प्रशासन द्वारा जारी किए गए लिस्ट पे लिस्ट में पब्लिक को होम डिलीवरी की दिक्कत

-होम डिलीवरी के लिए दुकानदार खड़े कर रहे हाथ, दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को बयां किया दर्द

GORAKHPUR: मेरे दो बच्चे हैं, दूध की जरूरत है। लेकिन दूध वालों की लिस्ट में जो नाम दर्ज है, उन पर कॉल करने पर वह होम डिलीवरी से मना कर रहे हैं। यह दर्द बयां की रूस्तमपुर की दीपिका और उनके पति आशुतोष त्रिपाठी ने। दीपिका का कहना है कि डिलीवरी के लिए दूध वाले को फोन किया तो उसने पहले दूध होने से मना किया। रिक्वेस्ट किया तो कहा कि आपको आकर लेना होगा। हम घर नहीं पहुंचा पाएंगे। यह कोई एक फैमिली के साथ नहीं, बल्कि सैकड़ों लोगों के साथ यह समस्या शुक्रवार को बनी रही। कहीं न कहीं मैन पावर की कमी के चलते जो गली मोहल्ले में दुकानदार हैं, वे अपने हाथ खड़े कर चुके हैं। आलम यह है कि पब्लिक अपने दिल का दर्द सोशल मीडिया में बयां कर रहे हैं। वहीं, जिला प्रशासन के अधिकारी छापेमारी भी करना शुरू कर दिए हैं ताकि लोगों तक जरूरत के सामान पहुंच सके।

साहब आप दुकान पर आएंगे तभी आपको

शुक्रवार सुबह जैसे ही रिपोर्टर जिला प्रशासन द्वारा जारी किराना सूची से ढूंढ़कर जब 66 नंबर क्रमांक के जंगल तुलसीराम पूर्वी के जय प्रोविजन स्टोर के दुकानदार को कॉल किया तो उसने बताया कि उसकी दुकान जंगल तुलसी राम में नहीं बल्कि चारफाटक ओवर ब्रिज के नीचे हैं। आपको सामान चाहिए तो आपको लाइन में लगकर दुकान से सामान ले सकते हैं। घर पहुंचाने के लिए हमारे पास कोई वर्कर नहीं है। लेकिन हैरानी की बात है कि जंगल तुलसी राम पूर्वी के खुद्दी टोला, केवटहिया में जय प्रोविजन के नाम से सूची में दर्ज किया गया है और दुकानदार की दुकान चारफाटक ओवर ब्रिज के नीचे है। वहीं, राजेंद्रनगर के विनोद जिंदल ने बताया कि उनके यहां भी किराने वाले ने फोन नहीं उठाया। इस कारण उन्हें राशन नहीं मिल सका। कमोबेश अमर शर्मा के साथ भी ऐसा ही हुआ। हालांकि कंट्रोल रूम में आने वाली शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा है। लेकिन धरातल पर यह इंप्लीमेंट नहीं हो पा रहा है।

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जरूरतमंदों को दिया जा रहा राशन

सुक्ति एसोसिएट और विष्णु शंकर ज्वेलर्स की संयुक्त टीम ने रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन समेत अन्य एरिया में जरूरतमंदों को राशन का पैकेट मुहैया कराया गया। सुक्ति एसोसिएट के डायरेक्ट प्रणव त्रिपाठी ने बताया कि जरूरतमंदों को भोजन का पैकेट तब तक देंगे। जब तक लॉकडाउन रहेगा। वहीं, सदर तहसीलदार डॉ। संजीव दीक्षित ने भी जरूरतमंदों को राशन का वितरण किया गया। पंक्कि में बैठाकर उन्हें भोजन कराया गया।

नोट - आंकड़ा देना है अभी।

वर्जन

पब्लिक की सुविधा के लिए होम डिलीवरी की सुविधा मुहैया कराई गई है। सभी की सूची बनाई जा रही है। जहां दिक्कत हो रही है, वे अपने नजदीकी मार्ट से संपर्क कर सामान मंगा सकते हैं।

गौरव सिंह सेंगरवाल, एसडीएम सदर