- गोरखपुर ट्रैफिक पुलिस नहीं करती अलर्ट

- ट्विटर हुआ शांत, गूगल से निगरानी भी ठप

GORAKHPUR: शहर के भीतर ट्रैफिक अलर्ट के भरोसे निकलना भारी पड़ सकता है। ट्रैफिक पुलिस का सोशल मीडिया अलर्ट बंद हो चुका है। फेसबुक के जरिए भी कोई सूचना आप तक नहीं पहुंच सकेगी। अचानक किसी चौराहे पर फंसने के दौरान ही जान सकेंगे कि जाम लगा हुआ था। ऐसे में ना तो रूट बदलने का मौका मिलता है, न तो जाम से निकलने का कोई दूसरा उपाय, इसलिए पब्लिक को काफी प्रॉब्लम उठानी पड़ती है। ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि सीसीटीवी के जरिए शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पर नजर रखने की व्यवस्था जल्द ही शुरू हो जाएगी।

पुलिस नहीं करती जाम का ट्वीट, नहीं मिलता अलर्ट

शहर में ट्रैफिक जाम का कोई अलर्ट सोशल मीडिया अन्य माध्यमों से नहीं मिल पा रहा है। इसलिए व्हीकल लेकर लोग जब चौराहों पर पहुंचते हैं तो जाम होने की जानकारी मिलती है। ऐसे में पब्लिक का काफी समय बर्बाद होता है। एक बार जाम में घुसने की वजह से लोगों को कोई दूसरा रास्ता नहीं मिल पाता। इस वजह से कई बार जाम में काफी नुकसान उठाना पड़ जाता है। इसलिए काफी समय से किसी ऐसी व्यवस्था की मांग चल रही थी जिससे लोगों को राहत मिल सके। डीजीपी हेडक्वार्टर की तरफ से यह निर्देश दिया गया था कि ट्विटर के जरिए लोगों को अलर्ट भेजा जाए। लखनऊ सहित कई शहरों में यह व्यवस्था चल रही है। लेकिन गोरखपुर में कोई अलर्ट नहीं दिया जाता है।

गूगल मैप के जरिए रखते थे नजर, ध्वस्त हुई व्यवस्था

शहर में जाम के हालात से निपटने के लिए पुलिस ने हाईटेक कदम उठाए थे। एसपी ट्रैफिक ऑफिस में गूगल मैप के जरिए ट्रैफिक व्यवस्था पर नजर रखी जाती थी। शहर के विभिन्न चौराहों पर ट्रैफिक का लोड बढ़ने पर गूगल मैप के जरिए जानकारी मिलती थी। चौराहों पर हैवी ट्रैफिक होने की दशा में मैप वाली जगह पर रेड हो जाता है। नॉर्मल ट्रैफिक होने पर ग्रीन नजर आता है। इससे यह जानकारी हो जाती है कि कहां पर कितना जाम लगा हुआ है। इसके आधार पर वहां मौजूद ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों को जाम से निपटने के निर्देश दिए जाते थे। लेकिन बाद में यह व्यवस्था ध्वस्त हो गई।

यह होना चाहिए इंतजाम

- हर चौराहे पर जाम की स्थिति के संबंध में ट्विटर पर अपडेट किया जाए।

- जाम से निपटने के लिए हर चौराहे से जुड़ी सूचना हर पल दी जानी चाहिए।

- जाम लगने की दशा में अपडेट मिलने से पब्लिक को नया रास्ता चुनने में आसानी होगी।

- इस उपाय से किसी तरह के लंबे जाम से निजात मिलेगी। लोग ज्यादा देर तक रास्ते में नहीं फंसेंगे।

वर्जन

ट्विटर पर कोई अलर्ट नहीं दिया जा रहा है। जाम से निपटने के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किया है। उस मोबाइल नंबर पर कॉल करके कोई भी जाम की सूचना दे सकता है। एंबुलेंस के फंसने अथवा अन्य किसी तरह की इमरजेंसी की सूचना पर तत्काल संबंधित एरिया में मौजूद पुलिस कर्मचारियों को निर्देश दिए जाते हैं। इससे जाम को हटाने में काफी मदद मिल रही।

जेपी सिंह, टीआई, गोरखपुर