-अब करोड़ों खर्च कर सुधारी जाएगी बिजली
-18 से अधिक क्रासिंग पर लगाए जाएंगे अधिक क्षमता वाले ट्रांसफार्मर
-बिजली निगम ने पावर कारपोरेशन को भेजा प्रपोजल
GORAKHPUR: बिजली संकट से परेशान शहर के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। जल्द शहर की विद्युत सप्लाई व्यवस्था बेहतर होने की उम्मीद है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर की बिजली व्यवस्था पर लगभग 15 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इससे निर्बाध बिजली सप्लाई हो सकेगी।
बदले जाएंगे पुराने तार
शहर को बेहतर बिजली सप्लाई मुहैया कराने के लिए बिजली निगम ने नई योजना बनाई है। इस योजना के तहत सिटी के विभिन्न इलाके में काफी पुराने हो चुके बिजली के तार बदले जाएंगे। साथ ही एबीसी केबिल भी लगाई जाएगी। इसके लिए बिजली निगम ने पावर कारपोरेशन को पहले भी प्रपोजल बनाकर भेज दिया था। जिसकी मंजूरी भी मिल चुकी है। प्रपोजल को हरी झंडी मिलने के बाद अब बिजली निगम स्मार्ट सिटी के तहत चार चरणों में शहर में कार्य कराए जाएंगे। इसमे सभी उपकेंद्रों के समानंतर अतिरिक्त उपकेंद्र बनाए जाएंगे। यह इस लिए होगा की किसी भी उपकेंद्र अथवा फीडर से सप्लाई प्रभावित होने पर अतिरिक्त उपकेंद्र से सप्लाई दी जा सके। यह उपकेंद्र रिर्जव के तौर पर होंगे।
18 क्रासिंग पर लगाए जाएंगे ट्रांसफार्मर
शहर में कुल 23 उपकेंद्र हैं और 126 फीडर हैं। बिजली निगम ने सभी को अपग्रेट करने का निर्णय लिया है। साथ ही शहर के 18 क्रासिंग पर 250 और 400 केवीए के 12-12 ट्रांसफार्मर भी लगाए जाएंगे। बिजली निगम ने इसकी कवायद शुरू कर दी है।
बदले जाएंगे जर्जर पोल
महानगर में बिजली सप्लाई सुदृढ़ करने के लिए जर्जर तार व पोल बदलने का काम शुरू किया जाएगा। दिसंबर तक काम पूरा करने का लक्ष्य है। विभागीय निर्देश के बाद काम चालू कर दिया जाएगा। एक कंपनी को जर्जर तार और पोल बदलने की जिम्मेदारी दी जानी है।
कंज्यूमर्स को मिलेगा फायदा
- कंज्यूमर्स की लो वोल्टेज व फाल्ट की समस्या होगी दूर।
-आए दिन होने वाली कटौती से भी मिलेगी राहत
-कंज्यूमर्स को 24 घंटे मिलेगी बिजली सप्लाई
-कटौती की दिक्कतें होंगी दूर
-बिजली गुल होने पर नहीं लगाने होंगे उपकेंद्र के चक्कर
-विद्युत तार और जर्जर खंभे टूटने जैसी घटनाओं से मिल सकता है निजात
-जिन एरियाज में कम क्षमता वाले ट्रांसफार्मर हैं और उन पर अधिक कनेक्शन हैं उनकी बढ़ाई जाएगी क्षमता
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वर्जन-
शासन की ओर से प्रपोजल को हरी झंडी मिल गई है। जल्द ही जर्जर विद्युत तार और पोल बदले जाएंगे। साथ ही जिन क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या है वहां पर अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगवाकर उनकी क्षमता बढ़ाई जाएगी। जिससे कंज्यूमर्स को बेहतर बिजली मुहैया कराई जाए सके।
देवेंद्र सिंह, चीफ इंजीनियर