डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Govardhan Puja 2021 Dainik Panchang: हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शुक्रवार 5 नवंबर, प्रतिपदा तिथि 11:18:00 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि है। प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तथा द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खाकर निकलें। इस तिथि में कद्दू नही खाना चाहिए यह तिथि प्राण प्रतिष्ठा, चूड़ा कर्म, गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

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05 नवंबर 2021 दिन- शुक्रवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:30:00
सूर्यास्तः- सायं 05:30:00

विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- हेमन्त ऋतु
मासः- कार्तिक माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- प्रतिपदा तिथि 11:18:00 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि
तिथि स्वामीः- प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तथा द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं।
नक्षत्रः विशाखा 02:23:00 तक तदोपरान्त अनुराधा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- विशाखा के स्वामी गुरु देव हैं तथा अनुराधा नक्षत्र के स्वामी शनि देव जी हैं।
योगः- सौभाग्य 08:00:06 तदोपरान्त शोभन
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 07:57:00 A.M से 09 :20:00 A.M तक
दिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खाकर निकलें ।
राहुकालः- आज का राहु काल 10:42:00 P.M से 12:04:00P.M तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में कद्दू नही खाना चाहिए यह तिथि प्राण प्रतिष्ठा, चूड़ा कर्म, गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

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