राजद के राज्य परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए लालू ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार की नहीं, दिल्ली की सरकार बदलने वाली है। संगठन चुनाव के बाद हम नरेंद्र मोदी की खबर लेंगे। देशभर के धर्मनिरपेक्ष दलों को इकट्ठा कर सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ एकजुट करेंगे। शुरुआत असम से होगी, जहां पहले चुनाव होने हैं। राजद कार्यकर्ताओं को एक बड़ी लड़ाई के लिए तैयार रहने के लिए प्रेरित करते हुए लालू ने कहा कि फरवरी में केंद्र सरकार का बजट आना है। विधानसभा चुनाव से पहले हमने जातीय जनगणना की रिपोर्ट के खुलासे के लिए लड़ाई शुरू की थी। उसे फिर से शुरू करना है। बजट में गरीबों की अनदेखी हुई तो हम चुप नहीं बैठेंगे। लालू ने कार्यकर्ताओं को सचेत करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में जिन लोगों ने भाजपा को वोट दिया है वे अभी थके नहीं हैं। गांवों में बैठकर लोगों को समझा रहे हैं कि यह सरकार चलने वाली नहीं है। उनकी साजिश को कामयाब नहीं होने देना है। राजद के वोटरों का मनोबल किसी को कुचलने नहीं देंगे। मुझसे पूछे बगैर पार्टी प्रवक्ता कोई बयान जारी न करें। राजद के राज्य परिषद की बैठक में शनिवार को डॉ रामचन्द्र पूर्वे तीसरी बार राजद के प्रदेश अध्यक्ष चुने गए। बैठक में उन्हें प्रमाण पत्र सौंपा गया। गौरतलब है कि शुक्रवार को रामचन्द्र पूर्वे ने नामांकन किया था। उनके अलावा किसी और ने इस पद के लिए नामांकन नहीं किया था.
डेंटिंग-पेंटिंग वाली पार्टी है भाजपा
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह दो दिन पहले के बयान से बचते हुए दिखे। उन्होंने भाजपा को डेंटिंग-पेंटिंग वाली पार्टी बताया और राज्य में सूखा एवं प्रधानमंत्री सड़क योजना के ग्र्रांट में कटौती पर केंद्र पर सीधा हमला किया और कहा कि योजना की शुरुआत अटल ने की थी, किंतु मोदी ने केंद्रांश में कटौती कर उन्हें भी अपमानित किया है। यही कारण है कि ऑनलाइन सदस्यता वाली पार्टी बिहार से खत्म हो गई और राजद लाइन में आ गई। समारोह को राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी जगदानंद सिंह, अदुल बारी सिद्दीकी, कांति सिंह, प्रभुनाथ सिंह, मंगनी लाल मंडल, आलोक मेहता एवं जयप्रकाश यादव ने भी संबोधित किया.
राजद के राज्य परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए लालू ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार की नहीं, दिल्ली की सरकार बदलने वाली है। संगठन चुनाव के बाद हम नरेंद्र मोदी की खबर लेंगे। देशभर के धर्मनिरपेक्ष दलों को इकट्ठा कर सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ एकजुट करेंगे। शुरुआत असम से होगी, जहां पहले चुनाव होने हैं। राजद कार्यकर्ताओं को एक बड़ी लड़ाई के लिए तैयार रहने के लिए प्रेरित करते हुए लालू ने कहा कि फरवरी में केंद्र सरकार का बजट आना है। विधानसभा चुनाव से पहले हमने जातीय जनगणना की रिपोर्ट के खुलासे के लिए लड़ाई शुरू की थी। उसे फिर से शुरू करना है। बजट में गरीबों की अनदेखी हुई तो हम चुप नहीं बैठेंगे। लालू ने कार्यकर्ताओं को सचेत करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में जिन लोगों ने भाजपा को वोट दिया है वे अभी थके नहीं हैं। गांवों में बैठकर लोगों को समझा रहे हैं कि यह सरकार चलने वाली नहीं है। उनकी साजिश को कामयाब नहीं होने देना है। राजद के वोटरों का मनोबल किसी को कुचलने नहीं देंगे। मुझसे पूछे बगैर पार्टी प्रवक्ता कोई बयान जारी न करें। राजद के राज्य परिषद की बैठक में शनिवार को डॉ रामचन्द्र पूर्वे तीसरी बार राजद के प्रदेश अध्यक्ष चुने गए। बैठक में उन्हें प्रमाण पत्र सौंपा गया। गौरतलब है कि शुक्रवार को रामचन्द्र पूर्वे ने नामांकन किया था। उनके अलावा किसी और ने इस पद के लिए नामांकन नहीं किया था।
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह दो दिन पहले के बयान से बचते हुए दिखे। उन्होंने भाजपा को डेंटिंग-पेंटिंग वाली पार्टी बताया और राज्य में सूखा एवं प्रधानमंत्री सड़क योजना के ग्र्रांट में कटौती पर केंद्र पर सीधा हमला किया और कहा कि योजना की शुरुआत अटल ने की थी, किंतु मोदी ने केंद्रांश में कटौती कर उन्हें भी अपमानित किया है। यही कारण है कि ऑनलाइन सदस्यता वाली पार्टी बिहार से खत्म हो गई और राजद लाइन में आ गई। समारोह को राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी जगदानंद सिंह, अदुल बारी सिद्दीकी, कांति सिंह, प्रभुनाथ सिंह, मंगनी लाल मंडल, आलोक मेहता एवं जयप्रकाश यादव ने भी संबोधित किया।
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