-मैन्स्ट्रअल हाइजीन पर गंभीर हुआ शासन

-दिसंबर से शुरू होगा वितरण, शिक्षा विभाग से मांगी गई छात्राओं की सूची

vineet.tiwari@inext.co.in

ALLAHABAD: पढ़ाई के साथ-साथ लड़कियों को स्वच्छता के लिए प्रेरित करना भी जरूरी है। शासन ने इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। दिसंबर से ग्रामीण एरिया के स्कूलों में किशोरी सुरक्षा योजना के तहत कक्षा छह से इंटर तक की लड़कियों को मुफ्त सेनेटरी नैपकिन बांटा जाएगा, जिससे उन्हें माहवारी के दौरान होने वाले संक्रामक रोगों से बचाया जा सके। स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षा विभाग से छात्राओं की सूची मांगकर इस अभियान की तैयारी शुरू कर दी है।

आदत बदलने की कवायद

शहरों की अपेक्षा ग्रामीण एरिया में अभी भी स्वच्छता को लेकर लोग जागरुक नहीं हैं। खासतौर से किशोरावस्था की दहलीज पर कदम रख चुकी लड़कियों के स्वास्थ्य को लेकर माता-पिता सतर्क नहीं हैं। यही कारण है कि अज्ञानता के चलते उन्हें माहवारी के दौरान कई तरह की अंदरुनी बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इसका जिक्र वह अपने माता-पिता से भी नहीं कर पातीं। यही कारण है कि शासन ने कक्षा छह से इंटर की छात्राओं को मुफ्त सेनेटरी नैपकिन बांटने का निर्णय लिया है। जिससे स्वच्छता को लेकर उनकी आदत में बदलाव लाया जा सके।

1.20 लाख पैकेट्स की डिमांड

किशोरी सुरक्षा योजना के तहत एक छात्रा को साल में एकमुश्त 13 पैकेट नैपकिन दिए जाएंगे। एक पैकेट में दस पीस होंगे। फिलहाल दिसंबर से मार्च तक के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शासन से 1.20 लाख पैकेट मांगे हैं। साथ ही डीआईओएस और बीएसए से ग्रामीण एरिया की छह से इंटर तक की छात्राओं की सूची भी मांगी है। योजना को लेकर डिस्ट्रिक्ट लेवल पर शिक्षा विभाग के साथ स्वास्थ्य अधिकारियों की मीटिंग हो चुकी है, ब्लॉक लेवल पर होना बाकी है। इसके अलावा शासन की ओर से स्कूलों में माहवारी के दौरान सतर्कता और स्वच्छता को लेकर एक बुकलेट का वितरण भी किया जाना है।

प्वाइंट टु भी नोटेड

नौ से तेरह वर्ष की आयु के बीच लड़कियों में माहवारी शुरू हो जाती है।

पीरियड्स के दौरान ध्यान न देने पर सफेद पानी, कमर और पेड़ू में दर्द, खुजली, दाने आदि की शिकायत होने लगती है

किशोरी सुरक्षा योजना के तहत ग्रामीण एरिया के स्कूलों में लड़कियों को बांटे जाएंगे सेनेटरी नैपकिन

कक्षा छह से इंटर तक की प्रत्येक छात्रा को साल में 13 पैकेट दिए जाने हैं

बुकलेट के जरिए मैंस्टुअल हाइजीन की जानकारी भी दी जाएगी

उप्र शासन ने किशोरी सुरक्षा योजना शुरू करने का निर्णय लिया है। ग्रामीण एरिया की छात्राओं को योजना के तहत सेनेटरी नैपकिन बांटा जाना है। मकसद किशोरावस्था में उन्हें स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया जा सके।

-डॉ। पदमाकर सिंह,

सीएमओ, इलाहाबाद