- प्रेरणा एप से होगी स्कूलों की निगरानी, मिड डे मील सहित अन्य व्यवस्थाओं में नहीं हो सकेगा खेल

GORAKHPUR: टीचर जी बाहर घूम रहे हैं और बच्चे स्कूल में खेल रहे हैं, कहीं पर मास्टर साहब स्टूडेंट से झाड़ू लगवा रहे हैं। वहीं कहीं मिड डे मील का ही कोई अता-पता नहीं है। सरकारी स्कूलों में अमूमन होने वाली ऐसी मनमानी अब नहीं चल सकेगी। स्टूडेंट्स को मिलने वाले मिड डे मील सहित अन्य व्यवस्थाओं पर मोबाइल एप प्रेरणा की नजर होगी। एजुकेशन डिपार्टमेंट ने मिड डे मील समेत बच्चों की सही संख्या की मॉनीटरिंग के लिए मोबाइल एप प्रेरणा बनाया है। जिसके जरिए स्कूल की हर एक्टीविटी की फोटो खींचकर टीचर्स को अपलोड करनी होगी। खास बात ये कि इस एप का सॉफ्टवेयर मिड डे मील खाने वाले बच्चों की संख्या खुद ही गिन लेगा। बेसिक शिक्षा विभाग पायलट प्रोजेक्ट के तहत गोरखपुर सहित सभी जिलों में प्रेरणा एप लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। एप की जानकारी के लिए गोरखपुर के खंड शिक्षा अधिकारियों को लखनऊ में ट्रेनिंग भी दी गई है।

डेली लोड करनी होगी एक्टिविटी

इस योजना के तहत टीचर्स को डेली स्कूल खोलने व बंद करने का समय भी फोटो सहित एप पर अपलोड करना होगा। यही नहीं स्कूल का नाम, प्रार्थना, टीचर्स व स्टूडेंट्स की अटेंडेंस, एमडीएम के वितरण सहित अन्य एक्टिविटीज भी डेली प्रेरणा एप पर अपलोड करनी हैं। यह सारी कवायद स्कूल्स में चल रही मनमानी को रोकने के लिए हो रही है।

अटेंडेंस से डेवलपमेंट पता चलेगा सब

प्रेरणा मोबाइल एप से टीचर्स के अटेंडेंस का भी पता चलेगा। एप के जरिए अब्सेंट टीचर्स का विवरण भी देना है। कायाकल्प योजना के तहत स्कूल्स में हुए डेवलपमेंट वर्क की भी डिटेल ऑनलाइन ही देनी है। इसके अलावा स्कूल में बाउंड्रीवॉल है या नहीं? स्कूल के डेवलपमेंट के लिए योजना बनी है या नहीं? फंड है या नहीं? पंचायत का सहयोग मिल रहा या नहीं? सहित अन्य गतिविधियों की जानकारी भी एप के जरिए देनी होगी।

पांच सितंबर को होगा लॉन्च

प्रेरणा एप पांच सितंबर को गोरखपुर में लॉन्च कर दिया जाएगा। इसके बाद इस एप का इस्तेमाल डेली स्कूलों में करना है। इसमें किसी भी नंबर से फोटो नहीं भेजा जा सकेगा। जो नंबर रजिस्टर्ड होंगे उन्हीं से कोई भी एक्टिविटी भेजी जाएगी।

एक तरफ ट्रेनिंग दूसरी ओर विरोध

गोरखपुर में प्रेरणा मोबाइल एप लॉन्च होने से पहले ही टीचर्स ने विरोध करना शुरू कर दिया है। प्रार्थना की फोटो एप पर अपलोड करने के निर्देश पर कई शिक्षकों ने आपत्ति जताई है। टीचर्स का कहना है कि कई स्टूडेंट्स स्कूल में प्रेयर होने के बाद भी आते हैं ऐसे में उनकी फोटो छूट जाएगी।

फैक्ट फिगर

जिले में प्राइमरी स्कूल - 2150

जिले में जूनियर स्कूल - 836

बच्चों की संख्या - 3 लाख

प्राइमरी में टीचर्स - 5362

जूनियर में टीचर्स - 2581

कुल टीचर्स- 7943

वर्जन

सभी खंड शिक्षा अधिकारियों की ट्रेनिंग लखनऊ में हुई है। पांच सितंबर को गोरखपुर में ये एप लॉन्च कर दिया जाएगा। इसके प्रयोग से हर स्कूल की एक्टिविटी पर नजर रखी जाएगी।

- ब्रह्मचारी शर्मा, नगर शिक्षा अधिकारी