- आम लोगों व व्यापारियों ने प्रदेश सरकार से बांध रखी है उम्मीद

- किसी को मुफ्त बिजली की उम्मीद तो कोई पेट्रोल डीजल पर टैक्स कम करने की लगा रहा गुहार

LUCKNOW (17 Feb): प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना मंगलवार को विधानसभा में बजट पेश करेंगे। यह बजट आम लोगों के जीवन पर अपना असर छोड़ेगा। लोगों ने इस बजट से उम्मीदें बांध रखी हैं कि इसमें वह सब होगा जिससे उनका जीवन स्तर सुधरे और रोजमर्रा के जीवन में आसानी हो। बजट को लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने समाज के अलग-अलग तबकों से संबंधित लोगों से बजट को लेकर उनकी उम्मीदों के बारे में पूछा। पेश है विशेष रिपोर्ट-

पेट्रोल-डीजल पर टैक्स कम हो

महंगाई इस वक्त सबसे बड़ी समस्या है। इससे निजात दिलाने के लिये सरकार को बजट में पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैट की दर को कम करना चाहिये। इससे माल ढुलाई में होने वाले खर्च में कमी आएगी और महंगाई कम होगी।

- मो। अफजल, व्यापारी

200 यूनिट बिजली मुफ्त करें

बिजली के रेट बढ़ते जा रहे हैं। छोटे व्यापारियों व आम लोगों के सामने बिजली बिल बड़ी समस्या है। प्रदेश सरकार को चाहिये कि वे दिल्ली की तर्ज पर 200 यूनिट बिजली सभी के लिये मुफ्त करें। जिससे आम लोगों पर खर्च का बोझ कम हो सके।

- अविनाश त्रिपाठी, व्यापारी

कॉमर्शियल टैक्स खत्म होना चाहिये

ऑनलाइन कारोबार ने वैसे ही छोटे व मंझोले व्यापारियों की कमर तोड़ रखी है। ऐसे में उनकी दुकानों पर कॉमर्शियल टैक्स लगाने से उन पर दोहरी मार पड़ रही है। कॉमर्शियल टैक्स के लिये छोटे व मंझोले व्यापारियों को छूट मिले।

- संजय गुप्ता, व्यापारी नेता

प्रमुख बाजारों में हो मुफ्त वाईफाई

जीएसटी लागू होने के बाद सबसे बड़ी दिक्कत इसका रिटर्न भरने में आती है। इस बजट में सरकार सभी प्रमुख बाजारों ने मुफ्त वाईफाई स्थापित करे ताकि, व्यापारियों को रिटर्न भरने में आसानी हो और उन्हें इसके लिये अलग से खर्च न करना पडे़।

- अशोक यादव, व्यापारी

रसोई गैस पर टैक्स कम हो

महंगाई ने घर का बजट बिगाड़ रखा है। इस बार बजट में सरकार को रोजमर्रा की चीजों पर टैक्स की कमी के लिये प्रयास करने चाहिये। इसके अलावा सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलिंडर पर भी टैक्स कम करना चाहिये।

- बिंदु जैन, हाउस वाइफ

महिलाओं की यात्रा हो मुफ्त

ज्यादातर महिलाएं पति या पिता के आश्रित होती हैं। उन्हें सफर में बहुत ज्यादा रकम खर्च करनी पड़ती है। लिहाजा, प्रदेश सरकार को भी दिल्ली सरकार की तर्ज पर सिटी व रोडवेज बसों में महिलाओं की यात्रा को मुफ्त करना चाहिये। जिससे महिलाओं पर आर्थिक बोझ कम हो।

- अमिता मिश्रा, हाउस वाइफ

कंपटीटिव एग्जाम के लिये रोडवेज बस में सफर हो फ्री

स्टूडेंट्स अपने पेरेंट्स के डिपेंडेंट होते हैं। उन्हें कंपटीटिव एग्जाम के फॉर्म भरने में अच्छी खासी रकम खर्च करनी पड़ती है। इस एग्जाम के सेंटर्स ज्यादातर दूसरे जिलों में बनाए जाते हैं जहां जाने में भी स्टूडेंट्स को टिकट लेना पड़ता है। एग्जाम के लिये रोडवेज बस फ्री करनी चाहिये।

- सतीश शर्मा, स्टूडेंट