- रेलवे ट्रैक पर पेट्रोलिंग करने वाले ट्रैकमैन को ड्यूटी के दौरान दिया जा रहा जीपीएस ट्रैकर

-सर्दी में ट्रैक फ्रैक्चर ज्यादा होते, कानपुर के सभी ट्रैकमैन और कीमैन को जीपीएस से किया लैस

KANPUR। : रेलवे ट्रैक की पेट्रोलिंग करने वाले ट्रैकमैन व कीमैन की निगरानी जीपीएस ट्रैकर से की जाने लगी है। कारण वह ड्यूटी के दौरान कोई भी लापरवाही न बरत सके। ट्रैकमैन व कीमैन के पास मौजूद जीपीएस ट्रैकर से रेलवे आफिसर्स कभी भी उनकी लोकेशन ले सकते हैं। रेलवे बोर्ड ने यह फैसला पैसेंजर्स की सुरक्षा को देखते हुए लिया है। ठंड से रेलवे ट्रैक फ्रैक्चर होने की अधिक घटनाएं से रेलवे ने ट्रैक पेट्रोलिंग बढ़ा दी है।

हर लोकेशन सेव होगी

रेलवे आफिसर्स के मुताबिक ट्रैक पेट्रोलिंग में कोई भी लापरवाही न हो इस लिए नाइट शिफ्ट में ड्यूटी करने वाले कीमैन व ट्रैकमैन को जीपीएस ट्रैकर दिया गया है। एनसीआर सीपीआरओ अजीत कुमार ने बताया कि हर डिविजन में दो सिस्टम का एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। जिसमें ट्रैक की पेट्रोलिंग कर रहे कीमैन व ट्रैकमैन की हर लोकेशन सेव होगी। यह रिपोर्ट डेली सीनियर डीईएन व सीटीई स्तर पर तैयार होगी। पेट्रोलिंग के दौरान अगर कोई ट्रैकमैन व कीमैन जीपीएस मॉनीटरिंग के दौरान गायब दिखेगा तो तत्काल प्रभाव से संबंधित रूट की ट्रेनों में कॉसन आर्डर जारी कर एहतियात के साथ ट्रेनों को आगे बढ़ाने का आदेश दिया जाएगा।

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जिससे न रहे हादसे की आशंका

- पेट्रोलिंग में लापरवाही न हो, इसके लिए दिए जा रहे जीपीएस ट्रैकर

-हर डिविजन में दो सिस्टम का एक कंट्रोल रूम बनाया गया

-पेट्रोलिंग कर रहे कीमैन व ट्रैकमैन की हर लोकेशन सेव होगी।

-रिपोर्ट डेली सीनियर डीईएन व सीटीई स्तर पर तैयार होगी।

- ट्रैकमैन के गायब होने पर रूट के लिए जारी होगा कॉसन आर्डर

- एहतियात के साथ ट्रेनों को आगे बढ़ाने का आदेश दिया जाएगा

आउटसोर्स में रखें जाएं वर्कर

रेलवे आफिसर्स के मुताबिक रेलवे बोर्ड ने रेलवे ट्रैक की निगरानी को दुरुस्त रखने के लिए मैन पॉवर कम होने पर आउटसोर्सिग में वर्कर्स को रखा जा सकता है। नए कर्मी काम सीख सके। इसके लिए इन्हे पेट्रोलमैनों के साथ रखने को कहा है। ट्रैक की बेहतर निगरानी के लिए दो ट्रैकमैनों को एक साथ लगाने के निर्देश दिए गए है।

'' ठंड के दौरान ट्रैक फ्रैक्चर की घटनाएं अधिक होती है। पैसेंजर्स की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी डिविजन को आदेश दिए गए है। ट्रैक पेट्रोलिंग को और बढ़ा दिया गया है।

अजीत कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनसीआर