- एक ही मंडप में 21 जोड़ों ने लिए सात फेरे और दो का निकाह हुआ कबूल

- श्री त्रिवटी नाथ मंदिर बना गवाह, अखिल भारतीय चित्रांश महासभा ने दिया साथ

बरेली : एक ही मंडप में 21 जोड़ों ने सात फेरे लिए और दो का निकाह कबूल हुआ। श्री त्रिवटी नाथ मंदिर का श्रीकृष्ण लीला स्थल इस वैवाहिक कार्यक्रम का गवाह बना। वर-वधु को आशीर्वाद देने शहर विधायक डॉ। अरुण कुमार संग कई गणमान्य पहुंचे। यह नजारा था मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का। जिसमें अफसरों ने गरीब बेटियों की शहनाई बजवाई। सरकारी मंडप सजाया। विवाह संस्कार व निकाह संपन्न कराकर उन्हें विदा किया।

31,000 रुपए की आर्थिक मदद

शहर विधायक ने बताया, अखिल भारतीय चित्रांश महासभा के सहयोग से यह सर्वजातीय विवाह कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसमें गरीब कन्याओं को गृहस्थ जीवन में प्रवेश करने पर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत लाभांवित किया गया। योजना के तहत 31,000 रुपये की धनराशि खातों में पहुंचेगी। नव विवाहित जोड़ों को दैनिक उपयोग का सामान भी दिया गया।

इन्हें दिया आर्शीवाद

चित्रांश महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रजनीश सक्सेना ने बताया, न्यूयार्क मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल अमेरिका के कैंसर विभागाध्यक्ष प्रो। सुनील कुमार सिन्हा, अघोरपीठ हरिश्चन्द्र घाट काशी के पीठाधीश्वर अवधूत चंडेश्वर कपाली बाबा, हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायधीश राघवेंद्र कुमार, लखनऊ एमिटी विश्वविद्यालय के उप निदेशक डॉ। राजीव वर्मा, मेयर डॉ। उमेश गौतम आदि ने नव दंपत्तियों को आशीर्वाद दिया ।

अपात्र होने पर एक बेटी योजना से बाहर

इस सामूहिक विवाह में 25 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधने वाले थे, लेकिन रामनगर ब्लॉक के तिगरा खानपुर ग्राम निवासी विमला का आवेदन सत्यापन में निरस्त हो गया। एडीओ पंचायत करन सिंह ने बताया, विमला मूलत : रामपुर जिले की निवासी है। जीजा के घर रह रही थी। आय प्रमाण पत्र भी जीजा का लगा था। दूसरे जनपद की निवासी होने के कारण योजना की पात्र नहीं पाई गई।

एक जोड़ा नहीं हुआ शामिल

नगर क्षेत्र के सिविल लाइंस निवासी ऋतु की शादी रवि प्रकाश मिश्रा से हो रही थी। लेकिन दूल्हे के दादा की तबियत बिगड़ जाने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। इसलिए यह जोड़ा सामूहिक विवाह में शामिल नहीं हुआ।