- जीआरपी आगरा कैंट ने दबोचे तीन शातिर

- राजामंडी से आगरा कैंट के बीच देते थे वारदात को अंजाम

- तीनों पर पहले से दर्ज है दर्जनों मुकदमे

आगरा। तीन किलोमीटर के अंदर आउटर पर जैसे ही ट्रेन धीमी होती, शातिर गैंग के सदस्यों के साथ ट्रेन की बोगी में घुस जाते और मौका लगते ही पैसेंजर्स का मोबाइल, नकदी, पर्स पार कर फरार हो जाते। बुधवार को दोपहर में जीआरपी आगरा कैंट इंस्पेक्टर विजय सिंह चक ने एसआई बलराम सिंह के साथ प्लेटफॉर्म नम्बर एक से संदिग्ध रूप से तीन शातिरों को दबोच लिया। जीआरपी की पूछताछ में कई वारदातों का इकबाल किया है। इनसे मोबाइल, नकदी और नशीला पाउडर बरामद किया गया है।

ये किए गए गिरफ्तार

शिवम उर्फ अर्जुन उर्फ छोटू उर्फ अभय उर्फ उटीवाज पुत्र सियाराम उर्फ प्रकाश निवासी नरीपुरा थाना शाहगंज आगरा

हेमन्त पुत्र राजवीर निवासी वरवाली गली सराय ख्वाजा थाना शाहगंज आगरा

करन पुत्र राजकुमार चौहान निवासी ख्वासपुरा खेरिया मोड थाना शाहगंज आगरा।

ये किया गया बरामद

02 चोरी के मोबाइल

चोरी की नगदी 14400रु

नशीला पाउडर 220 ग्राम

शिवम पर 20 और हेमन्त पर 6 मुकदमे पंजीकृत हैं। इस बारे में इंस्पेक्टर विजय सिंह चक ने बताया कि ये सभी राजामंडी और आगरा कैंट के बीच वारदात को अंजाम देते थे। ये पैसेंजर्स को देखकर निशाना बनाते थे। इस दौरान गैंग के सदस्य पैसेंजर्स पर नजर रखते थे। उन्होंने बताया कि सभी को जेल भेज दिया गया है।

गत वर्ष दबोचे थे 400 सदस्य

गत वर्ष एसपी जीआरपी के नेतृत्व में गैंग के 400 सदस्य दबोचे गए थे। उस दौरान 55 गैंग के 400 सदस्य दबोचे गए थे। इसमें 6 गैंग जहरखुरानी के और 49 ट्रेनों में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले दबोचे गए थे। इसके बाद जीआरपी का कोई अभियान नहीं चलाया गया।

गिरफ्तार करने वाली टीम में ये रहे शामिल

एसआई बलराम सिंह, चन्द्रपाल सिंह, कांस्टेबल सुशील, आनन्द कुमार, अवधेश कुमार, आरपीएफ से अनिल कुमार, राम किशोर झा, आरके ओझा आदि शामिल रहे।