RANCHI : रिम्स में जिन गा‌र्ड्स के जिम्मे सुरक्षा की कमान है, वे गुंडई करने पर आमदा हो चुके हैं। सोमवार की रात एक बार फिर यहां गार्ड की गुंडागर्दी देखने को मिली। सुपरवाइजर के कहने पर कुछ गा‌र्ड्स ने सर्जरी वार्ड में इलाज करा रहे एक मरीज के परिजन की ना सिर्फ जमकर पिटाई कर दी, बल्कि उसे हॉस्पिटल से भी बाहर निकाल दिया। इस घटना के बाद मरीज के परिजनों का भी गुस्सा फूट पड़ा। वे इसकी शिकायत करने डायरेक्टर सेल में पहुंचें, पर डायरेक्टर मौजूद नहीं थे। ऐसे में उन्होंने बरियातू थाने में सिक्योरिटी एजेंसी के सुपरवाइजर वाल्मिकी पंडित और दस अज्ञात गार्ड के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इधर, इस मामले में जब एमएस डॉ एसके चौधरी से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।

यह है मामला

सर्जरी वार्ड में मरीज बैजनाथ गोप का इलाज चल रहा है। 17 मार्च को उन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया था। सोमवार की रात मरीज का परिजन लखन गोप सर्जरी वार्ड में ही जमीन पर सो रहा था। इसी बीच रात सुपरवाइजर वाल्मिकी पंडित दस गार्ड के साथ सर्जरी वार्ड में पहुंचा और यहां सो रहे मरीज के परिजनों को पैर मारकर उठाना शुरु किया और बाहर जाने को कहा। इसी दौरान जब लखन सीढ़ी से नीचे उतर रहा था तो सुपरवाइजर ने उसे धक्का दे दिया। अपने बचाव के लिए उन्होंने सुपरवाइजर को पकड़ा तो गार्ड ने मारना-पीटना शुरु कर दिया। पिटाई करते-करते वे लखन को हॉस्पिटल के बाहर तक ले गए और अंदर नहीं आने की चेतावनी दे डाली।

मरीज के दो परिजनों का बना था पास

परिजनों का कहना है कि मरीज की हालत को देखते हुए डॉक्टर ने दो परिजनों को सर्जरी वार्ड में रहने को कहा था। इस बाबत दो परिजनों के पास भी बनाए गए थे। इसी वजह से वार्ड में मरीज के साथ दो परिजन मौजूद थे। लेकिन, गार्ड ने इसे नजरअंदाज कर दिया। उनका बोलना था कि वार्ड में मरीज के साथ सिर्फ एक परिजन को रहने की इजाजत है। परिजनों ने इश्यू किए गए दोनों पास भी दिखाए, पर मानन को तैयार नहीं थे और फिर पिटाई करनी शुरु कर दी।