मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार देश के करीब 27 प्रतिशत क्षेत्रों को भूकंप की दृष्टि से मध्यम प्रभाव की आशंका वाले क्षेत्र श्रेणी 3 के रूप में चिह्नित किया गया है। वहीं 43 प्रतिशत कम प्रभाव वाले क्षेत्रों को श्रेणी 2 के रूप में चिह्नित किया गया है। इसको लेकर मिली रिपोर्ट के अनुसार भयंकर भूकंप आने की आशंका की दृष्टि से श्रेणी 5 में गुवाहाटी, श्रीनगर सरीखे शहरों को तरजीह दी गई है। वहीं दिल्ली को श्रेणी 4 में रखा गय है। मुम्बई और चेन्नई को श्रेणी 3में गिना गया है।

यहां से मिली ये जानकारी
इस बात की जानकारी राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान से प्राप्त हुई है। बताया गया है कि हिमालयी क्षेत्र को यूरोप के आल्पस पवर्तीय क्षेत्र की तुलना में अधिक भूस्खलन का सामना करना पड़ता है। ऐसे में क्योंकि हिमालय तुलनात्मक दृष्टि से अपरिपक्व, युवा और भू परिस्थितिकी एवं जलवायु की दृष्टि से संवेदनशील पर्वत है, तो भूकंप की संभावाएं जरा ज्यादा ही बढ़ जाती हैं।

ये है एक शीर्ष संस्था
गौरतलब है कि भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण (जीएसआई) लगातार भूस्खलन का अध्ययन करने वाली एक शीर्ष संस्था है। यहां दिल्ली स्थिति आरटीआई कार्यकर्ता गोपाल प्रसाद ने सूचना के अधिकार के तहत विभिन्न विभागों से भूकंप, भूस्खलन की आशंका, प्रभावों और सरकार की तैयारियों के बारे में जानकारी की मांग की थी। उसी आरटीओ के तहत इस बात की जानकारी दी गई है।

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