-हैंड हेल्ड डिवाइस में 3जी नहीं अब 4जी इंटनेट कनेक्शन से कटेगा चालान

PATNA(21Sept)

: अगर आपने ट्रैफिक नियमों को तोड़ा तो चालान की कॉपी के लिए अब आपको ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अब चालान महज तीन मिनट में ही कट जाएगा। दरअसल हैंड हेल्ड डिवाइस अब 4जी से लैश हो गए हैं। ऐसे में अब लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इससे समय की काफी बचत होगी।

संचार क्रांति के इस युग में लोग जहां फोर जी के बाद अब फाइव जी नेटवर्क की ओर जा रहे हैं, वहीं परिवहन विभाग थ्रीजी नेटवर्क में अटका है। विभाग ने जो ई-चालान सिस्टम को चालू करने के लिए नेटवर्क का इस्तेमाल किया है, वह थ्रीजी है। नतीजा, जिस हैंड हेल्ड डिवाइस से दो से तीन मिनट से ई-चालान कटना चाहिए, उसमें आधा घंटा से ज्यादा समय लग रहा था। इस समस्या को लेकर कई बार पुलिसकर्मियों ने शिकायत की। इसके बाद इस पर विचार किया गया और 3जी सेवा को बंद कर दिया गया। इस सेवा को बंद करने के बाद सभी हैंड हेल्ड डिवाइस में 4जी कनेक्शन कर दिया गया है।

एक सामान नहीं रहता था नेटवर्क

शहर के करीब 150 ट्रैफिक पोस्ट पर यातायात नियम तोड़ने वाले वाहन चालक या मालिकों को हैंड हेल्ड डिवाइस से ई-चालान काटा जा रहा है। सभी डिवाइस में एयरटेल का थ्रीजी नेटवर्क है। इससे नेटवर्क आते-जाते रहता है। कई बार पुलिसकर्मी लोगों को पकड़ तो लेते थे और जब हैंड हेल्ड डिवाइस से चालान काटते थे तब नेटवर्क गायब हो जाता था। ऐसे में लोगों को बैठा कर रखना बहुत मुश्किल था। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस को ई-चालान काटने में परेशानी हो रही है। ट्रैफिक पुलिस डिवाइस मशीन की जगह नोटबुक में गाड़ी की जुर्माना और चालक या मालिक का डिटेल लिख कर रखते थे।

मोबाइल से रहता था कनेक्ट

परिवहन विभाग के कर्मचारी ट्रैफिक पोस्ट के पास आकर पुलिस को सलाह दे रहे हैं कि अपने मोबाइल में लगे फोरजी नेटवर्क को हैंड हेल्ड डिवाइस मशीन से कनेक्ट कर ई-चालान काटिए। मशीन की स्पीड बढ़ जाएगी। ऐसे में पुलिसकर्मी अपने मोबाइल के 4 जी को हैंड हेल्ड डिवाइस से जोड़ते थे और उसके बाद चालान काटते थे। इससे काफी परेशानी होती थी।

देरी पर होता था विवाद

वाहन चालक या मालिक ट्रैफिक नियम तोड़ते पकड़े जाने पर जुर्माना भर रहे हैं। इसके बावजूद ट्रैफिक पुलिस और वाहन चालक या मालिक के बीच नोकझोंक हो रही है। इसका कारण जुर्माने की रसीद देने में हो रही देरी है। हर रोज पुलिसकर्मियों से विवाद होता था।

अप्रैल में शुरू हुआ था हैंड हेल्ड

पटना ट्रैफिक पुलिस पहले मैनुअली चालान काटती थी। इस कारण आए दिन लोगों से विवाद होता था। इस समस्या को देखते हुए परिवहन विभाग ने पटना में अप्रैल, 2019 में हैंड हेल्ड डिवाइस से चालान काटने की व्यवस्था की। इस डिवाइस से गाड़ी की चेकिंग के दौरान पिछली बार किन नियमों का उल्लंघन वाहन मालिक ने किया था ये भी पता चल जाता है। चेकिंग के दौरान दोबारा पकड़े जाने पर इसी हैंड हेल्ड डिवाइस से जुर्माने की रकम दोगुनी हो जाती है। ये हैंड हेल्ड डिवाइस कोर बैंकिंग से जुड़ा है। पकड़े गए वाहन मालिक के पास पैसे नहीं हैं तो वो अपना डेबिट और क्रेडिट कार्ड स्वैप कर जुर्माना चुकाते हैं।

क्या है हैंड हेल्ड डिवाइस

दरअसल, हैंड हेल्ड एक ऐसी डिवाइस है जिसमें सिर्फ गाड़ी का नंबर डालने पर पूरी जानकारी प्रशासन के सामने होती है। मसलन, गाड़ी के मालिक ने कितनी बार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया है। गाड़ी का बीमा है या नहीं, प्रदूषण जांच के प्रमाण पत्र हैं या नहीं, गाड़ी परमिट के साथ चल रही है या नहीं, या फिर गाड़ी चोरी की है या फिर असली। ये सारी जानकारी हैंड हेल्ड डिवाइस के माध्यम से मिल जाती है।