आस्था और उल्लास भाव के साथ मनाया गया हनुमान जन्मोत्सव

मंदिर परिसरों में सुबह से लेकर देर शाम तक चलता रहा सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ

ALLAHABAD: चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा मंगलवार को हनुमान जन्मोत्सव आस्था भाव और उल्लास के साथ मनाया गया। बंधवा स्थित बड़े हनुमान मंदिर व सिविल लाइंस स्थित हनुमत निकेतन सहित शहर के सभी हनुमान मंदिर पवनसुत हनुमान के जयकारे से गूंजता रहे। मंदिर परिसरों में सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ हुआ तो सुबह से लेकर देर शाम तक मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। साथ ही घंटा व घडि़याल की गूंज के बीच भजन, कीर्तन और भंडारे का भी दौर चलता रहा।

सवा पांच क्विंटल का चढ़ाया छप्पन भोग

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि की अगुवाई में बड़े हनुमान मंदिर में भोर में पंचामृत से पवनसुत का अभिषेक किया गया। उसके बाद कपाट खुला तो किला घाट तक दर्शन करने के लिए भक्तों की कतार लगी रही। दोपहर 12 बजे कपाट बंद हुआ उसके बाद पवनसुत का फलों और फूलों से आकर्षक श्रृंगार किया गया। शाम को हुई मंगलाआरती के बाद सवा पांच क्विंटल के छप्पन भोग का प्रसाद चढ़ाया गया। पवनसुत का पूजन अर्चन करने के साथ ही परिसर में देर शाम तक बजरंग बली का जयकारा गूंजता रहा।

भव्यता के साथ निकली शोभायात्रा

श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर संस्था की ओर से कमला नेहरू रोड गुरुकुल धाम से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। डीजे की धुन पर हनुमानजी की आकर्षक प्रतिमा के साथ चल रहे भक्तों ने जय श्रीराम का जयकारा लगाते रहे। गुरुकुल धाम में पुरोहित राज कुमार मिश्रा व उनके साथियों ने मंत्रोच्चार करके हनुमानजी की प्रतिमा को स्थापित किया। शोभायात्रा में संस्था के अध्यक्ष अवधेश राय, मोनू गुप्ता, राजीव लाल, संदीप श्रीवास्तव, अमित प्रताप सिंह, गोविंद गुप्ता आदि शामिल रहे।

मेरे मन में बसे हैं राम

श्री हनुमत सेवा ट्रस्ट अल्लापुर की ओर से हनुमत जयंती महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव का उद्घाटन मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी व विधायक हर्षवर्धन बाजपेई ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया.भजन गायक रत्‍‌नेश दुबे ने 'चीर के छाती अपनी बोले पवनपुत्र हनुमान, मेरे मन में बसे हैं राम मेरे तन में में बसे हैं' राम की प्रस्तुति देकर समां बांध दिया।