-दो डॉक्टरों के पैनल और वीडियो ग्राफी के बीच हुआ पोस्टमार्टम

-पोस्टमार्टम हाउस से लेकर मृतक के घर तक पुलिस की कड़ी सुरक्षा

-परिजनों द्वारा ज्ञान चन्द्र की बाडी का दाह संस्कार मना करने पर पुलिस के हाथ पांव फूले

ALLAHABD: यमुनापार इलाके में नैनी जेल गेट के निकट हुए डबल मर्डर वाले मामले में पोस्टमार्टम के बाद ज्ञान चन्द्र यादव व लालता की डेड बाडी उनके परिजनों को सौंप दी गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 18 गोलियों के निशान मिले हैं। परिजनों द्वारा शव को घर लेकर पहुंचते ही, मां सरस्वती देवी व अन्य रिश्तेदारों के आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा था। मामला तब और गरम हो गया जब ज्ञान चन्द्र के परिजन ने बाडी का दाह संस्कार करने से मना कर दिया। उनका कहना था मृतक के पिता को पैरोल पर बाहर लाया जाए। मगर पुलिस ने इसे अस्वीकार कर दिया जिसके बाद परिजनों ने बाडी का दाह संस्कार मंगलवार को करने की बात कही।

वहीं दूसरी तरफ लालता के परिजनों ने सोमवार देर शाम दाह संस्कार कर दिया।

पोस्टमार्टम में हुई देरी पर हंगामा

उधर, ज्ञान चन्द्र यादव और लालता यादव के पोस्टमार्टम में काफी देरी हो गई। इस बात को लेकर दोनों के परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। परिजनों के आक्रोश को देखते हुए, मौके पर तैनात एसपी सिटी राजेश ने तत्काल डॉक्टरों से बात कर पोस्टमार्टम जल्द कराने की बात कहीं। वहीं हंगामा देख मौके पर तैनात पुलिस बल सक्रिय हो गई। उधर, बवाल को बढ़ता देख डॉक्टरों ने पीएम शुरू कर दिया। करीब चार बजे दोनों शव को उनके परिवार वालों को सौंप दी गई। तब कहीं जाकर पुलिस अधिकारियों ने राहत की सांस ली। पुलिस बल के अलावा पीएसी और आरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया था, जिससे बवाल न हो सके । इस दौरान एलआईयू के अफसर भी वहां मौजूद रहे और हर गतिविधियों पर अपनी नजर बनाए हुए थे। उधर पीएम हाउस पर सोमवार सुबह से ही गहमागहमी था। वहीं मृतक की तरफ से हजारों की संख्या में लोग सुबह से ही पीएम हाउस पहुंच गए थे।

क्या कहती पीएम रिपोर्ट

उधर, ज्ञान चन्द्र और लालता यादव के पोस्टमार्टम के लिए जिला प्रशासन की तरफ से वीडियो ग्राफी और डॉक्टरों का पैनल गठित किया गया था। देरी से शुरू हुए पीएम में काफी समय लग गया। इसे लेकर पीएम हाउस के डॉक्टर भी काफी हलकान रहें। वहीं देर शाम आयी पीएम रिपोर्ट के मुताबिक लालता की मौत दो गोली लगने से हुई। वहीं ज्ञान चन्द्र यादव उर्फ वकील यादव के शरीर में बदमाशों द्वारा 18 गालियां दागी गई थी।

दूसरे दिन गांव के लोग दहशत में

झूंसी के शेरडीह गांव में घटना के दूसरे दिन भी दहशत का माहौल लोगों में छाया हुआ था। बवाल के लिहाज से गांव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा बिछा हुआ था। जैसे किसी भी प्रकार कोई बड़ा बवाल या फिर हंगामा न हो सके। वहीं गांव के लोग दूसरे दिन भी काफी बवाल और हंगामे को देखते हुए काफी डरे और सहमे हुए थे। वहीं सुबह से एसपी क्राइम रामाकांत प्रसाद लगातार झूंसी पर अपनी नजर बनाए हुए थे। इस दौरान वह कई बार वह आस पड़ोस और परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर कई जानकारी हासिल की।

गोपनीय पूछताछ जारी

वहीं डबल मर्डर की इस घटना के बाद रविवार रात पुलिस ने तीन से चार लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। वहीं पुलिस को पकड़े गए लोगों से कई अहम जानकारियां प्राप्त होने की बात कहीं गई। इसके अलावा नैनी पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा इस घटना में आरोपी अभियुक्तों की तलाश में दूसरे दिन कई ठिकानों पर छापा मारा मगर कोई बड़ी सफलता पुलिस के हाथ नहीं लगी।