- इबादतगाहों में नमाज के बाद देश की तरक्की, खुशहाली व अमनो-आमान के लिए मांगी गई दुआएं

- गले मिलकर एक दूसरे को ईद की दी मुबारकबाद, सेवइयों का चला दौर

ईदगाहों-मस्जिदों में बुधवार को ईद-उल-फित्र की नमाज अदा की गई. इसके बाद कौम व मुल्क की तरक्की, खुशहाली व अमनो-आमान के लिए लोगों ने दुआएं मांगी और एक-दूसरे के गले लगकर ईद की मुबारकबाद दी. इससे पूर्व तकरीर कर उलमा-ए-कराम ने रमजान व ईद-उल-फित्र की फजीलत बयान की. बताया रमजान का पाक महीना सारे महीनों से अफजल है. इस माह में जिस तरह से इबादत की गई, बाकी के महीनों में भी मुसलमानों को विशेष तौर पर युवाओं को उसी तरह खुदा की इबादत करनी चाहिए. हर तरह की बुराईयों से जैसे खुद को महफूज रखा, वैसे ही बाकी के महीनों में खुद को इनसे दूर रखें. समाज में योगदान देने व मुल्क की तरक्की में शिक्षा का अहम किरदार है. इसलिए बच्चों की शिक्षा पर विशेष जोर देने की जरूरत है.

सुबह से ही चला तैयारियों का दौर

फज्र के वक्त से पहले ही लोग नहा धो कर तैयार हो गए. जैसे ही अजान की सदा बुलंद हुई लोगों ने मस्जिदों का रुख किया और फज्र की नमाज अदा की. फज्र की नमाज के बाद नए कपड़ों में सज-धज कर व इत्र की खुशबू से लबरेज नमाजी खुदा का शुक्र अदा करने के लिए ईदगाहों-मस्जिदों में तय वक्त के मुताबिक पहुंचे. इस बीच बच्चों में गजब का उत्साह रहा. ईदगाहों के बाहर लगे मेले में बच्चों ने गुब्बरे आदि की खरीदारी की. वहीं नमाज के बाद लोग सेवईयों की दावत के लिए दोस्तों, रिश्तेदारों व करीबियों के घर लोग पहुंचने लगे.

उमड़े रहे नमाजी

ईद की नमाज अदा करने के लिए शहर की तमाम मस्जिदों, ईदगाहों में लोग उमड़ पड़े. आलम ये था कि कई स्थानों पर सड़कों पर मैट बिछाकर नमाज अदा की गई. इसमें काशी विद्यापीठ ईदगाह, जामा मस्जिद नदेसर, फातमान रोड ईदगाह आदि प्रमुख रहे. मस्जिद बैतुस्सलाम डेवढि़याबीर में काजी-ए-शहर मौलाना गुलाम यासीन, ईदगाह हकीम सलामत अली पितरकुंडा में मुफ्ती-ए-शहर मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी, मस्जिद ज्ञानवापी में मौलाना अब्दुल आखिर नोमानी, ईदगाह पुराना पुल में मौलाना शकील अहमद, मस्जिद खुदा बख्श जायसी लंगड़े हाफिज मे मौलाना जकीउल्लाह असदुल कादरी, ईदगाह विद्यापीठ में मुफ्ती शमीम हसन सहित अन्य जगहों पर भी ईद की नमाज अदा कराई गयी.