जेल से पिता को लिखा पत्र

हार्दिक ने जेल से ही अपने पिता को एक खत लिखा था। खत शुक्रवार को उनके पिता के पास पहुंचा। खत में हार्दिक का सबसे चौका देने वाला दावा है कि पटले आंदोलन को वापस लेने के लिए हार्दिक को 1200 करोड़ा का लालच दिया था।  यही नहीं पैसे के साथ-साथ हार्दिक को बीजेपी युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनने का प्रलोभन भी दिया गया था। ऐसे चौंका देने वाले खुलासों से भरा हार्दिक पटेल का यह सातवां खत है। जिसे उन्होंने लाजपोर जेल से अपने पिता के नाम लिखा था।

राज्य सरकार का एक आईएएस ऑफीसर कर रहा है मुलाकात

पत्र में हार्दिक ने जानाकरी दी है कि पिछले तीन-चार दिनों से राज्य सरकार का एक करीबी आईएएस अधिकारी उनसे मुलाकात कर रहा है। उसी अधिकारी ने हार्दिक को यह ऑफर दिया है। खत में आईएएस ऑफीसर के एक पाटीदार नौजवान की मौत का जिम्मेदार होने का भी जिक्र है। खत के मुताबिक हार्दिक को धमकाया गया है कि य तो वह ऑपर स्वीकार कर लें या फिर आजीवन जेल में सड़ते रहें।

नहीं देंगें पाटीदार समुदाय को धोखा

हार्दिक ने अपने पिता से दावा किया है कि वह अपने व्यक्तिगत स्वार्थों के लिए पाटीदार समुदाय के हितों के साथ समझौता नहीं करेंगे। उनका कहना है कि उन्हें अपने ऊपर लगाए गए राजद्रोह के आरोप हटाए जाने य न हटाए जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। जब तक वे जीवित हैं तब तक पटेलों के आरक्षण के लिए संघर्ष करते रहेंगे। हार्दिक ने अपने पिता को आश्वासन दिया है कि उनके पिता को अगर किसी तरह की दिक्कतें आ रहीं हों तो हार्दिक अपने दोस्तों को उनकी मदद के लिए भेज सकते हैं।

हार्दिक पर है पास को गर्व

पास के नेता ललित वासोया ने बयान दिया है कि हार्दिक ने बीजेपी के इरादों का खुलासा किया है। उन्हें हार्दिक पर गर्व है कि उसने बीजेपी के ऑफर को ठुकरा दिया। वासोया ने सरकार को चेतावनी दी है कि उन्हें भटकाने के बजाए उनकी आरक्षण मांगो को पूरा किया जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वर्तमान सरकार को 2017 में हार का सामना करना पड़ सकता है।

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