राजधानी रांची में तमाड़ और मांडर विधानसभा में 7 दिसंबर को वोटिंग होनी है, लेकिन पुलिस कर्मी उस वक्त ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। उनकी सुविधा के लिए व्यवस्था की गई है कि वे 3 और 4 दिसंबर को वोट कर सकते हैं। मंगलवार को पुलिस लाइन में वोट करने पहुंचे पुलिसकर्मियों में खासा उत्साह था। झारखंड के विधानसभा चुनाव को लेकर ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों ने मंगलवार को रांची पुलिस लाइन में अपना वोट डाला। सभी पुलिसकर्मियों ने पोस्टल मतदान केंद्र में आकर अपना बहुमूल्य वोट दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों में विशेष उत्साह देखा गया। इनमें अधिकतर पुलिसकर्मी ऐसे थे, जिन्हें अपने अभी तक के करियर में चुनाव ड्यूटी के दौरान पहली बार मतदान करने का मौका मिला।

मांडर और तमाड़ के लिए वोटिंग

रांची में पुलिस कर्मियों ने मांडर और तमाड़ विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस लाइन में पोस्टल बैलेट से मतदान किया। पुलिस कर्मियों ने पोस्टल बैलेट से वोट डालने के बाद रिटर्निंग ऑफिसर के सामने हस्ताक्षर किया। वोट को लिफाफे में बंद कर बॉक्स में डाला गया। बता दें कि तमाड़ और मांडर विधानसभा में 7 दिसंबर को वोटिंग होनी है। एआरओ राजीव कुमार ने बताया कि चुनाव ड्यूटी में जाने वाले पुलिसकर्मियों के लिए व्यवस्था की गई है कि वे 3 और 4 दिसंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग कर लें।

क्या है पोस्टल बैलेट

दरअसल पोस्टल बैलट भी बैलेट पेपर की तरह ही होते हैं। इसके जरिए मतदाता अपने मत का इस्तेमाल करता है। पर यह हर किसी को नहीं मिलते हैं। पोस्टल बैलेट के जरिए वोट देने की सुविधा, चुनाव की ड्यूटी करने वालों और सेना के जवानों को ही मिलती है। पोस्टल बैलेट से वोटिंग करने वालों की संख्या चुनाव आयोग पहले ही निर्धारित कर लेता है। हालांकि, झारखंड में इस बार 80 की उम्र पार कर चुके मतदाता भी पोस्टल बैलेट से वोट दे सकेंगे। झारखंड देश का पहला राज्य है, जहां 80 साल से ज्यादा उम्र के वोटरों और दिव्यांग वोटरों को घर बैठे पोस्टल बैलेट से मतदान में भाग लेने की सुविधा दी जा रही है। चुनाव आयोग की स्वीकृति के बाद फिलहाल झारखंड के 7 विधानसभा क्षेत्रों के दिव्यांग और 80 साल से ज्यादा उम्र के वोटरों को पोस्टल बैलट से मतदान की सुविधा दी गई है। यह सुविधा बोकारो, धनबाद, देवघर, राजमहल, पाकुड़, जामताड़ा और गोड्डा के वोटरों को मिलेगी।