कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Hartalika Teej 2021 Puja Samagri: हिंदू धर्म में हरतालिका तीज व्रत और पूजा का विशेष महत्व है। इस साल यह व्रत 9 सितंबर, दिन गुरुवार को है। तृतीया तिथि 9 सितंबर गुरुवार को दोपहर 2:33 बजे शुरू होगी और 10 सितंबर दिन शुक्रवार को दोपहर 12:18 बजे समाप्त होगी।भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन महिलाएं हरतालिका तीज का व्रत निर्जल रखती हैं। मान्यता है कि हरतालिका तीज की पूजा विधिवत करने से भगवान शिव व माता पार्वती विशेष रूप से प्रसन्न होती है। वैसे तो प्रात:काल पूजा करना शुभ होता है, लेकिन किसी कारणवश यदि ऐसा न हो तो प्रदोष काल में भी शिव-पार्वती की पूजा की जा सकती है। इस व्रत को सिर्फ सुहागिन महिलाएं ही नहीं बल्कि कन्‍याएं भी रखती हैं।
हरतालिका तीज की पूजा सामग्री
इस पूजा में कुछ चीजों को विशेष से शामिल किया जाता है।इसमें गीली मिट्टी या फिर रेत बहुत जरूरी होती है क्योंकि इसी से शिव-पार्वती और गणेश जी की प्रतिमा बनाई जाती है। इसके बाद लकड़ी की चाैकी, पीतल का कलश, केले का पत्ता, फल, नारियल भी जरूरी होते हैं। इसके अलावा पूजन थाली में लाल व पीले रंग के फूल, बेल पत्र, धतूरा, शमी पत्र, अकांव का फूल, तुलसी की पत्ती, जनेउ, नए देशी घी, तेल, दीपक, कपूर, कुमकुम, सुपारी, सिंदूर, अबीर, चन्दन आदि रखा जाता है। पंचामृत, घी, दही, शक्कर, दूध, शहद, मिठाई भी भगवान शिव और माता पार्वती को अर्पित किया जाता है। इसके अलावा सुहाग का सामान जैसे बिंदी, चूड़ी, बिछिया, आलता, काजल, कुमकुम, सिंदूर, कंघी, शीशा, कपड़े, माहौर, मेहंदी, लिपिस्टिक भी चाैकी पर मां पार्वती के समक्ष रखा जाता है।
डिसक्लेमर
'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

Hartalika Teej 2021 : 9 सितंबर को मनाई जाएगी हरतालिका तीज, जानें व्रत विधि, पूजा विधि और व्रत कथा

Hartalika Teej vrat: जानें कब है हरतालिका तीज, पढ़ें पूजा का शुभ मुहूर्त और कथा

Hartalika Teej 2021: हरतालिका तीज पर पहली बार व्रत रखने वाली महिलाएं दें ध्यान, जानें क्या करें और क्या न करें