GORAKHPUR: हरितालिका तीज के साथ ही पूरे शिव परिवार की पूजा करने का सौभाग्य इस बार एक साथ प्राप्त होगा। ऐसा इसलिए कि तीज और गणेश उत्सव दोनों पर्व इस बार सोमवार को पड़े हैं। हरितालिका तीज के दिन भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा होती है और गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा की जाती है। तीज में महिलाएं जहां पति की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत रखेंगी वहीं, गणेश चतुर्थी के उपलक्ष्य में लोग घर में गणेश प्रतिमा की स्थापना करेंगे।

ताकि लंबी हो सुहाग की आयु

सौभाग्यवती स्त्रियां अपने सुहाग की लंबी आयु की कामना के लिए हरितालिका तृतीया यानी तीज व्रत करती हैं। इसमें महिलाएं अन्न, जल ग्रहण किए बिना पूरे श्रद्धापूर्वक व्रत रखती हैं। पुराणों के अनुसार इस व्रत को देवी पार्वती ने किया था, जिसके फलस्वरूप उन्हें भगवान शंकर की प्राप्ति हुई थी। इस दिन महिलाएं पूजन-अर्चन तो करती ही हैं, साथ ही मां पार्वती की कथा भी सुनती हैं।

इस दिन क्या किया जाय

ज्योतिर्विद् पंडित नरेंद्र उपाध्याय बताते हैं कि इस दिन सूर्योदय से पूर्व ही जागकर नित्यकर्मो से निवृत्त होने के बाद पूरी आस्था के साथ इस व्रत का संकल्प लेना चाहिए। इसके बाद पूजा की तैयारी करें और मां पार्वती का ध्यान करें। सोमवार को सूर्योदय 5 बजकर 45 मिनट और तृतीया तिथि का मान सुबह 9 बजकर एक मिनट तक, पश्चात चतुर्थी तिथि, हस्त नक्षत्र दिन में एक बजकर 35 मिनट, पश्चात चित्रा नक्षत्र, शुभ योग दिन में 11 बजकर 9 मिनट बाद शुक्ल योग है।

इस वर्ष व्रत का माहात्म्य

भाद्रपद सोमवार होने से प्रात: काल व्रतारम्भ के समय माहेन्द्र काल और शुभ बेला है। चन्द्रमा धन स्थान में स्थित होकर आयुष्य भाव को दृष्टिपात कर रहा है। हस्त नक्षत्र का स्वामी चन्द्र अपने ही वार का नियमन कर रहा है। अत: यह व्रत पति के आयुष्य वृद्धि के साथ ही अनेकानेक अन्य शुभताओं को प्रदान करने वाला है।

कोट्स

इस बार मेरा पहला तीज व्रत है। इससे पहले मैंने मम्मी को व्रत रहते देखा है इसलिए पहले व्रत में ज्यादा प्रॉब्लम नहीं होगी। इसको लेकर मैंने सारी तैयारियां एक दिन पहले ही कर ली हैं।

आकांक्षा श्रीवास्तव, शाहपुर

पहली बार तीज व्रत को लेकर एक्साइटेड हूं। इसके लिए नई साड़ी और पूजा के सामान को पहले ही मंगा लिया है। घर पर देखा है इसलिए सबकुछ पता है। मेरे पति भी इसमें मेरा सहयोग कर रहे हैं।

- श्वेता मिश्रा, गणेशपुरम कॉलोनी