चंडीगढ़ (एएनआई)। हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस को राज्य में बड़ा झटका लग गया है। दरअसल, हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उनका कहना है कि पार्टी अब अपने मूल सिद्धांत और विचारधारा से दूर चली गई है। अपने त्याग पत्र में उन्होंने कहा, 'अब कांग्रेस लोकतंत्र के विरोधी थीसिस, सामंती रवैये और मध्यकाल षड्यंत्र से त्रस्त है।।।कांग्रेस अब अपने मूल सिद्धांतों और विचारधारा से दूर चली गई है। पिछले कुछ वर्षों का मेरा अनुभव यह रहा है कि पार्टी का आंतरिक लोकतंत्र कुछ स्वार्थों के चलते खत्म हो रहा है।' बता दें कि तंवर का इस्तीफा इसी महीने हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले आया है, जिसके लिए वह पार्टी के स्टार प्रचारक भी थे।

आंतरिक संकट से गुजर रही कांग्रेस

तंवर ने शनिवार को अपने त्याग पत्र को ट्विटर पर पोस्ट किया और उसके साथ लिखा, 'पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ लंबे विचार-विमर्श के बाद मैं कांग्रेस इंडिया की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे देता हूं।' अपने चार पन्ने के त्याग पत्र में, तंवर ने यह भी कहा है कि कांग्रेस आंतरिक संकट से गुजर रही है। उन्होंने इस साल के शुरू में लोकसभा चुनावों और जींद उपचुनावों के दौरान टिकट वितरण पर भी असंतोष व्यक्त किया है।

उनकी लड़ाई व्यक्तिगत नहीं

पत्र में तंवर ने आगे कहा, 'पिछले डेढ़ दशक में राहुल गांधी द्वारा तैयार किए गए नेताओं को हटाने के लिए पिछले कुछ सालों से पार्टी में एक साजिश चल रही है।' उन्होंने यह भी कहा कि उनकी लड़ाई व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि उस व्यवस्था के खिलाफ है जो पुरानी पार्टी को नष्ट कर रही है।