मेरठ- सहारनपुर समेत वेस्ट यूपी विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग की नजर में संवेदनशील है। अफसरों को आदेश दिया गया है कि किसी भी स्थिति में पड़ोसी राज्यों से शराब की तस्करी न होने पाए। गुड्स एवं बोगस वोटर भी मतदान के दौरान सीमा पार कर यूपी में आ रहे हैं।

विजय देव, उप निर्वाचन आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग

- आबकारी विभाग ने हाईवेज की सीमाओं पर लगाई टीम

- पिछली बार चुनाव में हुई थी डेढ़ लाख लीटर शराब सीज

Meerut : हरियाणा की अवैध शराब आबकारी डिपार्टमेंट के लिए सिरदर्द बन चुकी है। चुनाव आते ही शराब की तस्करी बड़े पैमाने पर बढ़ने लगी है। पिछली बार विधान सभा चुनाव के दौरान विभाग ने डेढ़ लाख लीटर शराब सीज की थी। साथ ही 200 से ज्यादा तस्करों को जेल भेजा था। आचार संहिता लागू होते एसएसपी के निर्देश पर विभाग ने अलर्ट जारी किया है। सभी हाईवेज और ढाबों पर विभाग की टीम लगा दी गई है।

ढाबों की होगी निगरानी

जिला आबकारी अधिकारी की मानें तो अवैध शराब के व्यापार को रोकने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए अवैध रेक्टिफाइड स्प्रिंट की बिक्री को रोकने के लिए उसके अड्डों को चिह्नित करने का काम शुरू कर दिया है। साथ राजमार्गो से होकर गुजरने वाले ढाबों को चिह्नित कर उनकी निगरानी भी जाएगी, क्योंकि वहां स्प्रिट और शराब को लेकर गुजरने वाले वाहन हमेशा रुकते हैं।

पांच सेक्टर में बंटा है क्षेत्र

एक्साइज डिपार्टमेंट ने पूरे जिले को पांच सेक्टर में बांटा है। अगर आंकड़ों की बात करें तो सेक्टर चार में सबसे अधिक अवैध शराब पकड़ी गई है। आचार संहिता से पहले 12,950 लीटर शराब जब्त की थी। जबकि अक्टूबर व नवंबर माह में 3200 लीटर शराब जब्त की गई। सन 2012 विधान सभा चुनाव के मद्देनजर डेढ लाख लीटर शराब जब्त की गई थी।

167 लोग जा चुके हैं जेल

वहीं बाकी कार्रवाई की बात करें तो पिछले सवा साल में 167 लोगों को जेल भेजा चुका है। जबकि 1081 लोगों को गिरफ्तार किया। जिला आबकारी डिपार्टमेंट से मिले आंकड़ों की मानें तो पिछले सवाल में 50 लोगों पर एफआईआर की गई। वहीं अवैध शराब की तस्करी में 55 वाहनों को कब्जे में लिया गया। जबकि पांचों सेक्टर्स में 2287 जगहों पर छापे भी मारे गए।

फैक्ट एंड फिगर

- पिछले एक साल में मारे गए छापों की संख्या : 2287

- पिछले एक साल में सामने आए केसों की संख्या : 1442

- पिछले एक साल में पकड़ी कई अवैध शराब की मात्रा : 38,378.300 लीटर।

- पिछले सवा साल में पकड़े गए वाहनों की संख्या : 55.

- पिछले सवा साल में इलीगल शराब में गिरफ्तार हुए बदमाशों की संख्या : 1081.

- पिछले सवाल में जेल भेजे गए लोगों की संख्या : 167.

- पिछले सवा साल में हुई एफआईआर : 50.

वर्जन

बाहर से आने वाली अवैध शराब पर हमारी पैनी नजर हैं। हमने अपना टारगेट राजमार्गो पर खुले होटलों और ढाबों पर बनाए हुए हैं। ताकि सिटी में घुसने से पहले ही जब्त किया जा सके।

- प्रदीप दुबे, जिला आबकारी अधिकारी

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