नई दिल्ली (पीटीआई / एएनआई)। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 19 साल की दलित लड़की ने घटना के 14 दिन बाद मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल दम तोड़ दिया। इस मामले हाथरस के डीएम प्रवीण लक्षकार ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि इस मामले में सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच जारी है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से एससी एसटी एक्ट के तहत पीड़िता के परिवार को 10 लाख की मदद दी गई है। इतना नहीं उन्होंने कहा कि पीड़िता की जीभ काटे जाने की खबरें सच नहीं हैं।


परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया गया
वहीं इस घटना को लेकर राज्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि घटना बहुत दुखद है। हमारी सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। इस मामले में जांच तुरंत शुरू हुई और चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कानून अपना रास्ता अपनाएगा। वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्लू) की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा कि ने कहा कि उसने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सामूहिक दुष्कर्म की वजह से जान गवाने वाली युवती के परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।


फास्ट ट्रैक कोर्ट से पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग
हाथरस वाली घटना में विपक्ष ने यूपी सरकार को घेर रहा है। इसके साथ ही फास्ट ट्रैक कोर्ट में हाथरस पीड़िता को तुरंत न्याय दिलाने की मांग की है। बता दें कि हाथरस में पीड़िता के साथ 14 सितंबर को सामूहिक दुष्कर्म किया गया था जिसके बाद उसे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत में सुधार के कोई संकेत नहीं मिलने के बाद सोमवार को अलीगढ़ से दिल्ली भेज दिया गया। कहा जा रहा है कि आरोपियों ने पीड़िता का गला घोंट कर हत्या करने की भी कोशिश की थी।

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