कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद से पूरे इलाके में तनाव व्याप्त है। ऐसे में प्रशासन अलर्ट है। इस संबंध में हाथरस डीएम प्रवीन कुमार लक्षकार ने कहा कि कहा कि सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी है। न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्वीट के मुताबिक हाथरस की सीमाएं सील हैं। जिले में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है, 5 से अधिक लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है। हमें प्रियंका गांधी की यात्रा के बारे में कोई जानकारी नहीं है। एसआईटी आज पीड़ित परिवार के सदस्यों से मुलाकात करेगी। हालांकि हालातों को देखते हुए मीडिया को अनुमति नहीं दी जाएगी।


मेडिकल रिपोर्ट में चोटों का उल्लेख
वहीं पीड़िता के साथ दुष्कर्म को लेकर हाथरस एसपी विक्रांत वीर ने कहा कि अलीगढ़ के अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट में चोटों का उल्लेख है लेकिन फिजिकल रिलेशन की पुष्टि नहीं है। वे फॉरेंसिक की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। अब तक डॉक्टरों का कहना है कि वे दुष्कर्म की पुष्टि नहीं कर रहे हैं। एफएसएल रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद ही वह इस पर अपनी राय दे सकते हैं। हाथरस एसपी विक्रांत वीर ने यह भी जानकारी दी है कि एसआईटी कल भी जिले में आई थी। उसने गांव का दौरा किया था और पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी। एसआई सदस्यों ने अपराध स्थल का निरीक्षण भी किया था। टीम अभी भी गांव में है।


पुलिस पर जबरन शव जलाने का आरोप
बता दें कि हाथरस में 14 सितंबर को 19 साल की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि हालत में सुधार के कोई संकेत नहीं मिलने के बाद सोमवार को अलीगढ़ से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल भेज दिया गया था, जहां मंगलवार को उसका निधन हो गया है। इस मामले के बाद से पीड़ित परिवार व गांव के लोग काफी गुस्से में हैं। विपक्ष भी सरकार को घेरे हुए है। पुलिस पर जबरन शव जलाने का आरोप है। वहीं सीएम योगी ने बुधवार को इस मामले में एसआईटी गठित की गई है। पीएम ने भी कड़े एक्शन लेने को कहा है।

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