- शासन ने स्वास्थ्य व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने का सुनाया फरमान

- सीएमओ खुद आगे आकर करे निगरानी

- प्रभावित एरिया में दवा से लेकर फागिंग कराने के निर्देश

GORAKHPUR: मौसम से पहले शहर व ग्रामीण एरियाज में डेंगू ने अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है। वहीं, पिछले दिनों केस मिलने के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट ने अलर्ट जारी किया है। लेकिन वर्तमान में अभी भी तैयारियां मुकम्मल नहीं है। सिर्फ विभाग कागजों तक ही सिमट कर रह गया है। यह हम नहीं शासन स्तर की रिपोर्ट आने के बाद सामने आया। इस पर सख्त हुए शासन ने सभी को निर्देश दिया है कि अगर व्यवस्था में थोड़ी भी चूक हुई तो इसका खामियाजा जिम्मेदार को भुगतना पडे़गा।

प्रभावित एरियाज की होगी मैपिंग

अन्य जिलों में डेंगू अपना कहर बरपा रहा है। इससे कुछ लोगों की मौत भी हो गई हैं। इस वजह से शासन और प्रशासन में हड़कंप है। उधर, गोरखपुर सरकारी अस्पताल में भी डेंगू मरीज की पुष्टि हो रही है। इस दशा में स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों को नसीहत दी गई कि वह तीन माह के दौरान डेंगू प्रभावित एरियाज की मैपिंग कराए और वहां फागिंग कराए। इतना ही नहीं डेंगू की दवाएं और टेस्ट किट्स भी पर्याप्त रखे जाए। सूत्रों की मानें तो इस फरमान का कितना पालन होता है यह किसी से छुपा नहीं है। अस्पताल में आने वाले मरीज खुद ही जान रहे हैं।

दस मरीज, तीन में डेंगू की पुष्टि

जिला अस्पताल के आरडीसी सेंटर में बुखार के दस मरीज के ब्लड सैंपल लिए गए हैं। इसमें से तीन मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। इसकी रिपोर्ट सीएमाओ कार्यालय को भेजी गई है। हालांकि गुरुवार को एक और मरीज की रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई है। इसके बाद हेल्थ डिपार्टमेंट हरकत में आ गया और आनन-फानन में जिला अस्पताल में एडमिट मरीज के पास पहुंचे। उसके एरियाज की जानकारी लेकिर महराजगंज सीएमाओ को इसकी जानकरी दी गई है।

डेंगू के लक्षण

-बुखार होना, शरीर में दर्द, सिर दर्द होना

-पेट दर्द, उल्टी और भूख न लगना

-उल्टी होना या दस्त में खून आना

- शरीर पर लाल निशान या चकत्ते पड़ना

- सास लेने में तकलीफ होना

डेंगू से करे बचाव

-घर में कूलर, ओवरहेड टैंक, पानी भरे गमले, टायर, पानी के लिए हौदियों व अन्य एकत्रित पानी बदले।

-डेंगू फैलाने वाले मच्छर दिन में काटते हैं इसके लिए बच्चों के शरीर पर फूल कपड़े पहनाएं।

-घरों के आसपास पानी इक्कठा न होने दें।

- डेंगू बुखार के रोगी को बिना मच्छरदानी के न रहने दें।

- गंभीर दशा में मरीजों को अस्पताल एडमिट कराएं

बाहर से लाए हैं डेंगू

गोरखपुर में डेंगू का प्रकोप नहीं है। बाहर के जिलों से डेंगू लेकर आ रहे हैं। दो मरीज पहले ही ठीक हो कर चले गए है। एक की और पुष्टि हुई है, जिसका इलाज चल रहा है। गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस के साथ डेंगू, मलेरिया और अन्य बीमारी पर पहले से ही तैयारी चल रही है। शासन के निर्देशों का पालन किया जा रहा है।

डॉ। रवींद्र कुमार, सीएमओ गोरखपुर