- हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने तीन इलाकों में की छापामार कार्रवाई

- अवैध नर्सिग होम में भर्ती थे मरीज, कई झोलाछाप क्लीनिक बंद कर भागे

<- हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने तीन इलाकों में की छापामार कार्रवाई

- अवैध नर्सिग होम में भर्ती थे मरीज, कई झोलाछाप क्लीनिक बंद कर भागे

लाख कोशिशों के बावजूद मरीजों की जान से खिलवाड़ बंद नहीं हो रहा है। झोलाछाप बिना रजिस्ट्रेशन के अवैध रूप से खुलेआम नर्सिग होम चला रहे हैं। मंगलवार को जब हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने छापामार कार्रवाई की तो हकीकत सामने आ गई। कई झोलाछाप क्लीनिक छोड़कर भाग खड़े हुए तो पकड़े जाने पर कुछ को नोटिस थमा दी गई।

हर बेड पर थे मरीज, चल रहा था फर्जी मेडिकल स्टोर

हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने मंगलवार को जिले के कई इलाकों में फर्जी क्लीनिक और नर्सिग होम्स के खिलाफ कार्रवाई की। सहसों में मां गौरव क्लीनिक में बकायदा क्ख् बेड का फर्जी नर्सिग होम चलता पाया गया। सभी बेड पर यहां मरीज भर्ती थे और मौके पर उनका इलाज करते बीएएमएस डॉ। आरपी यादव मिले। रिकार्ड खंगालने पर पता चला कि क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन एमबीबीएस डॉ। रोहित नारंग के नाम से हुआ है और वह मौजूद नहीं थे। अवैध नर्सिग होम के बगल ही अवैध रूप से मेडिकल स्टोर का भी संचालन किया जा रहा था। और तो और, क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन भी रिन्यूवल नहीं कराया गया था। पूछताछ करने पर संबंधित डॉक्टर सही जवाब नहीं दे सके।

मिला फर्जी ब्लड कैंसर सेंटर

इसी तरह हंडिया के भोपतपुर में चुन्नू पॉली क्लीनिक में छापा मारा गया। यहां पर बीयूएमएस डॉ। इमरान ने इस साल क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन रिन्यूवल नहीं कराया था। क्लीनिक के बाहर नर्सिग होम टाइप बोर्ड लगा था। जिसमें ब्लड कैंसर सेंटर और बाल रोग विशेषज्ञ लिखा हुआ था। हंडिया के ही दशेर में झोलाछाप फूलचंद यादव बिना किसी डिग्री के अवैध क्लीनिक चलाता हुआ मिला। कार्रवाई किए जाने पर आसपास मौजूद लोगों ने झोलाछाप का समर्थन किया। इसके अलावा आधा दर्जन झोलाछाप टीम देख क्लीनिक छोड़ भाग खड़े हुए। कार्रवाई में तीनों को नोटिस थमाई गई है। जवाब नहीं देने पर संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। टीम प्रभारी एडिशनल सीएमओ डॉ। दीपेंद्र मालवीय ने बताया कि ये लोग फर्जी तरीके से इलाज करते हुए पाए गए हैं और इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। टीम में स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी जिया लाल यादव समेत अन्य लोग मौजूद रहे।