हीट वेव से लोगों को बचाने के लिए शासन ने दी जिम्मेदारी

लोगों को करेंगे जागरूक, बताएंगे क्या करें, क्या न करें

Meerut. इस बार अप्रैल में ही गर्मी ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया हैं. तेज धूप लोगों को बेहाल कर रही है. ऐसे में शासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए अभी से हीटवेव से बचाव के लिए एक्शन प्लान जारी कर दिया है. इसके साथ ही शासन ने स्वास्थ्य विभाग को भी पूरी तैयारी करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. वहीं लोगों को जागरूक करने की जिम्मेदारी भी सौंप दी गई है.

विभाग को करनी होगी तैयारी

गर्मी से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी. इसके तहत जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा. साथ ही इस बाबत चिकित्सा चौकी स्थापित भी होंगी. दवाइयों, ओआरएस का स्टॉक भी पूरा करना होगा. वहीं डॉक्टर्स व फार्मासिस्ट को भी इससे बचाव की जानकारी दी जाएगी.

सनबर्न

लक्षण- स्किन में रेडनेस, दर्द, सूजन, बुखार व सिरदर्द

फ‌र्स्ट ऐड- शावर व साबुन का अधिक प्रयोग, तेल लगाएं

हीट क्रैंपस

लक्षण- मसल्स में ऐठन, ज्यादा पसीना आना

फ‌र्स्ट ऐंड - हल्की मालिश, बूंद-बूंद करते हुए पानी पिलाएं, जी मिचले तो पानी न दें, ठंडे स्थान पर लिटाएं

हीट एक्जॉशन

लक्षण- अत्यधिक पसीना आना, कमजोरी, स्किन ठंडी, पीली तथा चिपचिपी, सरदर्द, बेहोशी व उल्टी

फ‌र्स्ट ऐड

ठंडे व ढीले कपड़ों का प्रयोग, पानी की बूंद-बूंद दें, एंबुलेंस द्वारा तुरंत अस्पताल में एडमिट करे.

हीट स्ट्रोक

लक्षण- पल्स का तेज चलना, बेहोशी, पसीना आना बंद, 106 डिग्री तक तापमान

फ‌र्स्ट ऐड- मरीज को तुरंत अस्पताल में एडमिट करवाएं, बर्फ के पानी से स्पंजिंग करते रहे.

यह करें

पानी की बोतल हमेशा साथ रखें, बार-बार पानी पिएं.

हाथ, पैर, सिर, चेहरा, छाते का प्रयोग करें.

सूरज की सीधी रोशनी से बचें.

गर्भवती महिलाएं, बीमार व बुजुर्ग कम से कम घर से बाहर निकलें.

हल्के रंग के कपड़े पहनें.

अधिक से अधिक पानी व लिक्विड पीएं.

यह न करें

बच्चों व जानवरों को गाडि़यों में न छोड़ें.

दोपहर 12 से 3 बजे तक सीधे सूरज की रोशनी में न जाएं.

तेज गर्मी में अधिक मेहनत वाला काम न करें.

किचन को ठंडा रखें.

शराब, चाय, कॉफी, सॉफ्ट ड्रिंक आदि का कम प्रयोग करें.

गर्मी से बचाव बेहद जरूरी है. शासन की गाइडलाइन आ गई है. हमने भी टीम बनाकर अपनी तैयारी शुरू कर दी है.

डॉ. राजकुमार, सीएमओ, मेरठ