- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से पैरेंटिंग सेमिनार एवं हेल्थ चेकअप कैंप का आयोजन

PRAYAGRAJ: इमामी हेल्दी एंड टेस्टी प्रजेंट्स 'हेल्दी फूड, हेल्दी स्कूल' एक्टिविटी के तहत सोमवार को सेंट पीटर्स एकेडमी, गोविंदपुर में पैरेंटिंग सेमिनार आर्गनाइज किया गया।

सेमिनार में एक्स‌र्ट्स ने पैरेंट्स को बच्चों के लिए कैसा फूड देना चाहिये और कैसा नहीं इसके बारे में जानकारी दी। एक्सप‌र्ट्स ने मार्निग से लेकर नाइट के पूरे डाइट चार्ट बनाने की एडवाइस पैरेंट्स को दी। चीफ शेफ स्नेहा सक्सेना ने कहा कि बच्चों को फास्ट फूड देने के बजाय घर का बना हुआ फूड दें। उन्होंने बताया कि मॉर्निग में हैवी ब्रेकफास्ट और नाइट में हल्का डिनर लेना बेटर हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि डायट चार्ट में बच्चों के मौसमी फ्रूट्स अवश्य शामिल करें। फ्रूट्स में सभी जरूरी तत्व पाये जाते हैं।

डायट से ज्यादा न ले भोजन

सेमिनार में मौजूद चीफ शेफ ने बताया कि अक्सर देखा जाता है कि लोग सुबह खाने के बाद लम्बा गैप करते हैं इसका नतीजा यह होता है कि खाना खाते समय लोग जरूरत से ज्यादा डायट ले लेते हैं। यह हैबिट हेल्थ के लिए नुकसानदायक होती है। इसलिए बहुत जरूरी है कि भोजन कई बार में थोड़ा-थोड़ा खाया जाना चाहिये। वहीं बच्चों को प्लास्टिक के टिफिन को एवाइड करते हुए स्टील के टिफिन में ब्रेक फास्ट देने की सलाह दी। इस मौके पर चीफ शेफ स्नेहा सक्सेना ने बताया कि बच्चों को एक साथ ज्यादा मात्रा में भोजन देना भी उनकी सेहत के लिए ठीक नहीं है।

इन टिप्स का रखें ख्याल

-माइक्रो न्यू्रट्रीन और प्रोटीन फूड बच्चों को रेगुलर देना चाहिए।

-हम जो डाइट लेते हैं उसमें सबसे ज्यादा कार्बोहाइड्रेट से लेते हैं।

- मोटे आनाज का सेवन अवश्य करें। मैदा का कम से कम प्रयोग करें।

-कार्बोहाइड्रेट गेहूं, बाजरा, चावल, ग्रेन्स-मूंग, चना, दलिया से मिलता है।

-10 से 15 परसेंट प्रोटीन से मिलता है, जो दूध, फिश, एग से से हम लेते हैं। विटामिन्स का भी रोल बहुत इंपॉर्टेट है।

-ग्रीन वेजिटेबल्स से माइक्रो न्यूट्रीशंस मिलते हैं। इन्हें विटामिन्स कहा जाता है, यह वाटर और फैट सॉल्यूबल होते है

डॉक्टर्स ने बच्चों का किया हेल्थ चेकअप

इमामी हेल्दी एंड टेस्टी प्रजेंट्स 'हेल्दी फूड, हेल्दी स्कूल' एक्टिविटी के तहत सोमवार को ही डीपी पब्लिक स्कूल में हेल्थ चेकअप कैंप आर्गनाइज किया गया। जिसमें डॉक्टर्स ने बच्चों का डेंटल, आई सहित कंप्लीट चेकअप किया। डॉक्टर्स ने बच्चों को स्वस्थ रहने के लिए सलाह भी दी।

होम मेड फूड का करें सेवन

डाक्टर्स ने जांच में पाया गया कि कई ग‌र्ल्स एनीमिक हैं। पौष्टिक आहार में कमी और सही पालन पोषण नहीं होने से उनकी बॉडी में खून पर्याप्त मात्रा से कम है। इससे उनको थोड़ी मेहनत करने पर थकान और आलस्य महसूस होने लगता है। डॉक्टर्स ने उन्हे घर का बना स्वादिष्ट और हेल्दी फूड खाने की सलाह दी। कैंप में डॉक्टर्स ने कहा कि पैरेंट्स को बच्चों की देखभाल करनी चाहिये। खासकर दांतों की सफाई बेहद जरूरी है। इसी तरह कुछ बच्चों की आई साइट वीक पाई गई। उनको चश्मा लगाने की सलाह दी गई।

इनका रहा सहयोग

- अब्दुल रफीक डायरेक्टर, अर्थर कलाम प्रिंसिपल, सेंटर पीटर्स एकेडमी गोविंदपुर, प्रयागराज

- जया सिंह प्रिंसिपल, अंजली गौड़ कोर्डिनेटर, रवि कुमार स्पो‌र्ट्स टीचर, डीपी पब्लिक स्कूल, प्रयागराज