छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन का समर्थन करते हुए जमशेदपुर ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने 9-10 अक्टूबर को चक्का जाम करने की घोषणा की है। संस्था के अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव ने कहा कि जीएसटी लागू करते समय 'एक देश-एक टैक्स' का वादा किया गया था, जबकि काम इसके उलट हो रहा है। रिवर्स चार्ज मेकानिज्म (आरसीएम) के तहत काम करने वाले ट्रांसपोर्टर को जीएसटी में पंजीयन से छूट दी गई है। यदि वही ट्रांसपोर्टर अपने पुराने या उपयोग किए गए ट्रक, टायर, आयल बेचता है, तो उसे टैक्स देना होगा। यानी छूट के बावजूद पंजीयन कराना होगा, जो ट्रांसपोर्टर पर दोहरा नियम होगा। ट्रांसपोर्ट से संबंधित जीएसटी के प्रावधान स्पष्ट नहीं हैं। सरकार ने बिना इनपुट टैक्स क्रेडिट के पांच प्रतिशत रिवर्स चार्ज मेकानिज्म और आइटीसी के साथ 12 प्रतिशत टैक्स का विकल्प रखकर ट्रांसपोर्टर को मुश्किल में डाल दिया है। एक ही सेक्टर में अलग-अलग टैक्स क्यों। सरकार ने मई में जारी अधिसूचना में हमें पंजीयन से छूट दी थी, लेकिन नए नियम में सभी ट्रांसपोर्टर को पंजीयन कराना अनिवार्य किया गया है। यही नहीं पूरे देश में चेकपोस्ट हटा दिए गए हैं, लेकिन आरटीओ का जुल्म बढ़ गया है। इससे छुटकारा पाने के लिए राजमार्गो पर भारी भुगतान करना पड़ता है। एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि दो दिवसीय हड़ताल पर भी सरकार ने मांग नहीं मानी, तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं। सोमवार को सुबह नौ बजे मानगो स्थित ट्रांसपोर्ट नगर में बैठक होगी।