- पीएम नरेन्द्र मोदी के सम्भावित आदर्श गांव डोमरी में बनेगा हेलिपोर्ट, जमीन का अधिग्रहण शुरू

-बनारस समेत प्रदेश के 12 धार्मिक व ऐतिहासिक जगहों पर जाने के लिए मिलेगी हेलिकाप्टर की सुविध

>varanasi@inext.co.in

VARANASI

जल और जमीन के जरिए प्रमुख शहरों से जुड़े बनारस से हवाई मार्ग भी बनेगा। यहां से बनारस समेत प्रदेश के 12 धार्मिक और ऐतिहासिक जगहों तक घूमने के लिए हेलिकाप्टर सर्विस शुरू होगी। सरकार की महत्वकांक्षी योजना के तहत प्रदेश में छह जगहों पर हेलिपोर्ट बनाए जाएंगे। बनारस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्भावित आदर्श गांव डोमरी में पांच एकड़ जमीन पर हेलिपोर्ट (हेलीपैड) बनेगा।

इसके लिए निर्धारित धनराशि पीडब्ल्यूडी को मिल गई है। फ‌र्स्ट फेज में हेलिपोर्ट बनाने के लिए दो हेक्टेयर जमीन का चयन कर लिया गया है। भूमि का अध्ि1ाग्रहण चल रहा है।

एयरपोर्ट जैसी होगी फैसिलिटी

डोमरी में बनने वाले हेलिपोर्ट में एयरपोर्ट सरीखी फैसिलिटी होंगी। बाउंड्रीवाल, पाथवे, एयरकंडीशंड वेटिंग रूम (लाउंज), इन्क्वायरी, रेस्टोरेंट और टिकट विंडो बनेंगे। रेस्तरां में देश के विभिन्न प्रांतों के फूड उपलब्ध कराए जाएंगे। टूरिज्म डिपार्टमेंट का मकसद यह है कि बाहर से आए सैलानी काशी दर्शन के साथ ही प्रदेश के अन्य धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों तक आसानी से पहुंच सकें।

मिनिमम फेयर तीन हजार

टूरिज्म डिपार्टमेंट के अफसरों के मुताबिक डोमरी से उड़ने वाले हेलिकाप्टर का कम से कम किराया तीन हजार रुपये होगा। इसके तहत 15 मिनट तक सैर कर सकेंगे। अधिकतम किराया जगह की दूरी के हिसाब से तय होगा। जो कम्पनी हेलिकाप्टर संचालन का जिम्मा लेगी वह भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अफसरों से बात कर किराया तय करेगी। कम्पनी के कर्मचारी हेलीपोर्ट पर सर्विस भी प्रोवाइड करेंगे।

बाबतपुर एटीएस से होगा कंट्रोल

डोमरी हेलिपोर्ट से जो हेलिकाप्टर उड़ेंगे। उनका नियंत्रण बाबतपुर स्थित एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीएस) रूम से होगा। हेलिकाप्टर्स की संख्या, उड़ान से लेकर उनके लौटने तक पूरा डिटेल एटीएस में मौजूद रहेगा। हेलिकाप्टर सर्विस शुरू होने से पहले इसकी परमिशन एटीएस ही देगा। शासन स्तर पर पर्यटन, पीडब्ल्यूडी और नागरिक विमानन विभाग से बात हो चुकी है।

जमीन िमली तो इसी महीने शुरू होगा काम

लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हेलिपोर्ट के लिए दो हेक्टेयर जमीन मिल गई है। पास में अन्य जमीनें हैं। पीडब्ल्यूडी ने डीएम को इसका प्रपोजल भेजा है। अगर मानक के अनुरूप पांच हेक्टेयर जमीन मिल गई तो इसी महीने हेलीपोर्ट का निर्माण शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि डीएम योगेश्वर राम मिश्र ने रेवेन्यू डिपार्टमेंट के अफसरों को निर्धारित जमीन जल्द तलाशने का निर्देश दिया है।

इन जगहों पर बनेंगे हेलिपोर्ट

- बनारस

- इलाहाबाद

- आगरा

- मथुरा

- अयोध्या

- मुरादाबाद

एक नजर

- 5 हेक्टेयर में बनना है हेलिपोर्ट

- 2 हेक्टेयर जमीन मिल चुकी है

-3 हेक्टेयर जमीन का और होना है अधिग्रहण

- 11 जगहों तक हेलिकाप्टर से होगी यात्रा

यहां के लिए होगी सर्विस

विंध्याचल

इलाहाबाद

मथुरा

लखनऊ

चित्रकूट

आगरा

मुरादाबाद

नैमिषराण्य (सीतापुर)

अयोध्या

मेरठ

पलिया (लखीमपुर खीरी)

आसमान से होगा काशी दर्शन

डोमरी में हेलिपोर्ट शुरू होने के साथ आसमान से काशी दर्शन की आस पूरी हो सकेगी। सेवा देने वाली कम्पनियां हेलिकॉप्टर के जरिए गंगा दर्शन के साथ ही बनारस की खास जगहों को दिखाएंगी। गंगा किनारे अ‌र्द्धचंद्राकार बसे शहर को आसमान से देखना वाकई अद्भुत नजारा होगा।

डोमरी में हेलिपोर्ट बनाने के लिए निर्धारित धनराशि मिल गयी है। गांव में दो हेक्टेयर जमीन भी मिल गई है। अधिग्रहण की कार्यवाही की जा रही है। शेष जमीन का प्रपोजल डीएम के पास भेजा गया है।

एके सिंह, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी

हेलिपोर्ट के लिए पूरी जमीन मिलने पर टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। टेंडर लेने वाली कम्पनी सैलानियों को हेलिकाप्टर्स समेत अन्य सर्विस प्रोवाइड करेगी।

अविनाश चन्द्र मिश्र, ज्वाइंट डायरेक्टर, टूरिज्म